इजराइल के प्रधानमंत्री ने सीजफायर के लिए बढ़ते दबाव के बीच एक बार फिर न झुकने का संकेत दिया है। नेतन्याहू ने कहा- हमास के खात्मे तक जंग जारी रहेगी। हमास के सामने सिर्फ दो रास्ते हैं। उसके आतंकी सरेंडर करेंगे या मारे जाएंगे।
दूसरी तरफ, हमास की पॉलिटिकल विंग का चीफ इस्माइल हानिया बुधवार को इजिप्ट की राजधानी काहिरा पहुंचा। यहां हमास और मिस्र की लीडरशिप के बीच हमास की कैद में मौजूद बंधकों की रिहाई पर बातचीत चल रही है।
बुधवार देर रात सामने आई यह तस्वीर खास है। अमेरिका ने इजराइल की हिफाजत के लिए वॉरशिप गेराल्ड फोर्ड को तैनात किया है। अमेरिकी डिफेंस मिनिस्टर इसकी तैयारियों का जायजा लेने के बुधवार को अचानक इस वॉरशिप पर पहुंचे।
मीडिया के लिए जारी नेतन्याहू के बयान में एक बार फिर साफ किया गया है कि इजराइल किसी सीजफायर के लिए कम से कम अभी तो तैयार नहीं है। बयान में नेतन्याहू ने कहा- हम इस जंग को अंजाम तक ले जाकर ही खत्म करेंगे। जब तक हमास का खात्मा नहीं हो जाएगा, जब तक हमें जीत नहीं मिल जाएगी, जब तक हमारा हर टारगेट पूरा नहीं हो जाता….ये जंग जारी रहेगी। आतंकी सरेंडर करेंगे या फिर मारे जाएंगे। बंधकों की रिहाई भी कराई जाएगी।
इजराइली प्रधानमंत्री ने आगे कहा- जो लोग ये सोच रहे हैं कि हम जंग रोक देंगे, उन्हें जमीनी हकीकत की जानकारी नहीं है। हम हमास को जहन्नुम में पहुंचाकर ही दम लेंगे।
इजराइल का आसमान मंगलवार से बुधवार के बीच शांत रहा। करीब 24 घंटे में यहां एक भी रॉकेट हमला नहीं हुआ। करीब दो महीने बाद ऐसा हुआ कि यहां गाजा या लेबनान से कोई रॉकेट नहीं दागा गया। इसका सीधा सा मतलब ये है कि हमास और हिजबुल्लाह के खिलाफ जंग के सही नतीजे मिलने लगे हैं। यही वजह है कि हमास के नेता अब सीजफायर की बात कर रहे हैं।
रिपोर्ट में आगे कहा गया- हमास के नेता इजिप्ट पहुंच चुके हैं। उन्हें अब सीजफायर चाहिए। वो बंधकों की रिहाई का भी वादा कर रहे हैं, लेकिन इजराइल सरकार और IDF किसी भी हालत में दबाव कम नहीं करना चाहती, क्योंकि इससे आतंकियों को फिर एकजुट होने में मदद मिल जाएगी। पिछली बार भी यही हुआ था। इसलिए इस बार सेना और सरकार कोई रिस्क नहीं लेना चाहती।
हमास की पॉलिटिकल विंग का चीफ इस्माइल हानिया बुधवार को इजिप्ट की राजधानी काहिरा पहुंचा। यहां हमास की कैद में मौजूद बंधकों की रिहाई पर बातचीत चल रही है।
हमास पर इजिप्ट का दबाव बढ़ा इजिप्ट के इंटेलिजेंस चीफ ने अपने देश में मौजूद हमास की पॉलिटिकल विंग के चीफ इस्माइल हानिया को साफ बता दिया है कि उसे बंधकों को रिहा करना होगा और इसके बदले कुछ फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा। इसके अलावा सीजफायर पर भी बातचीत हो सकती है, लेकिन होस्टेज क्राइसिस हर हाल में खत्म करना होगा।हानिया ने इजिप्ट के इंटेलिजेंस चीफ अब्बास कमाल से दो घंटे बातचीत की है। कमाल ने हमास नेता से कहा कि हमास को हर हाल में बंधक छोड़ने होंगे, इसके बदले इजराइल फिलिस्तीनी कैदी रिहा करेगा। इस बारे में कतर की राजधानी दोहा में भी बातचीत हो चुकी है।
माना जा रहा है कि इजिप्ट के सख्त रवैये को देखते हुए तुर्किये और कतर बैकफुट पर आ गए हैं। इजिप्ट में दो दिन पहले ही प्रेसिडेंट अब्देल फतेह अल सीसी ने तीसरी बार राष्ट्रपति चुनाव जीता है। सीसी ने कई चुनाव रैलियों में साफ कहा था कि अगर आतंकी गुटों को समर्थन देना बाद में मुसीबत का सबब बन जाता है। लिहाजा, वो हमास को कोई रियायत नहीं देंगे।