लखनऊ में शनिवार रात बड़ा हादसा हो गया। लहरपुर में एक कार बेकाबू होकर नाले में गिर गई। इसमें 4 दोस्तों की मौत हो गई है, जबकि एक की हालत गंभीर बनी है। पांचों दोस्त कार से रिश्तेदार के यहां से लौट रहे थे। नाले में कार गिरने के बाद वे लोग बाहर नहीं निकल सके। बचने वाला युवक रातभर पानी में गर्दन बाहर निकाले बैठा रहा। घटना सैरपुर थाना क्षेत्र की रात करीब 12 बजे की हैअमरनाथ यादव उपभोक्ता फोरम के रिटायर्ड जज के ड्राइवर हैं। वह लखनऊ के मड़ियांव में रहते हैं। उनका बेटा संदीप यादव (28) था। वह अपने 4 दोस्तों निखिल शुक्ला (29), अंकित श्रीवास्तव (28), राकेश (27) और सत्यम पांडे के साथ अपनी मौसी के लड़के से मिलने उनके घर नरहरपुर गया था। सभी दोस्त रात में एस्टीम कार से लौट रहे थे। मगर, लहरपुर में कार डिसबैलेंस होने के बाद नाले में गिर गई।हादसे के बाद मारुति स्टीम आधी पानी में डूब गई थी। पानी में डूबने और गंभीर चोट आने से संदीप, निखिल, अंकित और राकेश की मौके पर मौत हो गई। वहीं सत्यम पांडे घायल है। उसे प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। चारों शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए KGMU भेजा गया है। पोस्टमॉर्टम हाउस पर मृतकों के परिजन भी पहुंचे हुए हैं।
ADCP उत्तरी अभिजीत आर शंकर ने बताया कि जो युवक बचा है, उसका नाम सत्यम पांडेय है। वह कार में पीछे दाहिने तरफ की विंडो सीट पर बैठा था। हादसे के बाद उसने खिड़की खोल कर अपनी गर्दन बाहर निकाल दी। पूरी रात उसने पानी से गर्दन बाहर निकाले रखी। हालांकि नाले का पानी ठंडा होने की वजह से वह किसी को आवाज तक नहीं दे पाया।
ADCP ने बताया कि सुबह 6:30 बजे एक ग्रामीण ने कार को देखा, तो पुलिस को सूचना दी। सुबह 7 बजे मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से पांचों को बाहर निकाला। उन लोगों को ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने चार युवकों को मृत घोषित कर दिया।
पुलिस ने स्थानीय लोगों से पूछताछ किया तो उन्होंने बताया कि अमूमन रात में लोग यहां आते-जाते नहीं हैं। केवल कार या अन्य साधनों से आने-जाने वाले लोग ही निकलते हैं। इसी वजह से किसी भी व्यक्ति की नजर नाले की तरफ नहीं पड़ी। हादसे पर CM योगी आदित्यनाथ ने दुख जताया है। डीएम और पुलिस अधिकारियों को हर संभव सहायता करने के निर्देश दिए हैं।