बेंजामिन नेतन्याहू के सत्ता से बेदखल होने का खतरा बढ़ा, नई सरकार बनाने के लिए विपक्षी दलों के बीच हुआ समझौता,

इजरायल के राजनीतिक दलों के गठबंधन ने बुधवार रात घोषणा की कि वे नई सरकार बनाने के लिए एक समझौते पर सहमत हो गए हैं. इस समझौते के साथ ही सबसे लंबे समय तक देश के प्रधानमंत्री रहे बेंजामिन नेतन्याहू के सत्ता से बेदखल होने का मार्ग प्रशस्त हुआ है. सेंट्रीस्ट येश एटिड पार्टी के नेता यायर लैपिड ने इजरायल के राष्ट्रपति रूवेन रिवलिन को सूचना दी कि वह आधी रात की समय सीमा से ठीक 38 मिनट पहले एक गठबंधन बनाने में कामयाब रहे. हालांकि लैपिड के पास समझौते के तहत सरकार बनाने का जनादेश है, लेकिन छोटी दक्षिणपंथी पार्टी यामिना के नेता और गठबंधन वार्ता में किंगमेकर रहे नफ्ताली बेनेट प्रधानमंत्री बन सकते हैं. बेनेट चार साल का कार्यकाल में से दो साल के लिए पीएम होंगे.

लैपिड विदेश मंत्री के रूप में तब तक काम करेंगे, जब तक कि दोनों व्यक्ति अपने कार्यकाल के आधे समय तक भूमिकाओं की अदला-बदली नहीं कर लेते. लैपिड ने एक बयान में कहा, “सरकार इजरायल के सभी नागरिकों की सेवा करने के लिए काम करेगी, जिसमें वे लोग भी शामिल हैं जो इसके सदस्य नहीं हैं. इसका विरोध करने वालों का सम्मान करेंगे और इजरायली समाज के सभी हिस्सों को एकजुट करने के लिए अपनी शक्ति में सब कुछ करेंगे.”

यह समझौता हाल के इजरायल के राजनीतिक इतिहास में एक बड़ी घटना है क्योंकि यह नेतन्याहू के 12 साल के कार्यकाल के अंतिम दिनों को प्रभावित कर सकता है. नई सरकार और प्रधानमंत्री के शपथ ग्रहण से पहले गठबंधन समझौते को अब इजरायल की संसद केसेट में विश्वास मत हासिल करना होगा.

नई सरकार में वामपंथी मेरेट्ज से लेकर बेनेट की दक्षिणपंथी यामिना पार्टी तक राजनीतिक स्पेक्ट्रम के कई दल शामिल हैं. एक ऐतिहासिक घटनाक्रम में, छोटी इस्लामिक पार्टी यूनाइटेड अरब लिस्ट ने भी गठबंधन में शामिल होने का फैसला किया. पहली बार एक अरब-इजरायल पार्टी गठबंधन में शामिल हुई है. पार्टी के किसी नेता के सरकार में मंत्री होने की संभावना नहीं है, लेकिन गठबंधन के साथ उनके लिए महत्वपूर्ण मुद्दों पर बातचीत होगी.