7 मई को तीसरे चरण का चुनाव होना है, क्या होगी रणनीति

7 मई को तीसरे चरण का चुनाव होना है। इस चरण में सबसे महत्वपूर्ण सीट अररिया है। यहां भाजपा उम्मीदवार और वर्तमान सांसद प्रदीप सिंह की सीधी टक्कर राजद के मो. शाहनवाज आलम से है। इस संसदीय क्षेत्र में दो ऐसे विधानसभा क्षेत्र हैं, जहां भाजपा कमजोर है। अपनी इसी कमजोरी को दूर करने की कोशिशों में बीजेपी पूरी मुस्तैदी से जुटी है।
इसका सबसे बड़ा उदाहरण यह है 7 दिनों के भीतर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्‌डा पहुंचे। इन दोनों नेताओं ने मुस्लिम पर निशाना नहीं साधे, बल्कि अपनी सरकार की उपलब्धि और राम मंदिर का मुद्दा उठाया।
इस संसदीय क्षेत्र में 6 विधानसभा क्षेत्र नरपतगंज, रानीगंज, फारबिसगंज, अररिया, जोकिहाट और सिकटी शामिल है। इसमें भाजपा के लिए कमोजर कड़ी अररिया और जोकीहाट विधानसभा क्षेत्र है। 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा इन्हीं दो क्षेत्रों में पीछे रही थी, जबकि राजद के उम्मीदवार आगे थे।
लोकसभा के पिछले चुनाव का ट्रेंड बताता है कि अररिया में भाजपा का वोट प्रतिशत 41.1 था। राजद को मिले वोट का प्रतिशत 58.9 था। भाजपा का सबसे कम वोटिंग पर्सेंटेज जोकीहाट में 26.3 था। राजद को 73.7 प्रतिशत वोट मिला था।
बाकी 4 विधानसभा क्षेत्रों में राजद का वोटिंग पर्सेंटेज भाजपा की तुलना में काफी कम था। हालांकि, 2019 के चुनाव में भाजपा ने जीत दर्ज की थी। प्रदीप सिंह दूसरी बार सांसद बने थे। बावजूद इसके अररिया और जोकीहाट में अपने कमजोर कड़ी को दूर करने के लिए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष खुद पहुंचे। अररिया मुख्यालय से करीब 30 किलोमीटर दूर सिकटी विधानसभा क्षेत्र के धर्मगंज के मेला मैदान में जनसभा को संबोधित किया।
दोपहर 12:21 बजे जेपी नड्‌डा ने बोलना शुरू किया और 12:54 बजे इनका भाषण खत्म हुआ। 33 मिनट का संबोधन रहा। कड़ी धूप और 41 डिग्री तापमान के बीच जनसभा स्थल पर 7-8 हजार की संख्या में लोग जेपी नड्‌डा का भाषण सुनने पहुंचे थे।
हालांकि, जब उनका हेलिकॉप्टर आया तो भीड़ और बढ़ गई। इसमें महिलाओं की संख्या भी अच्छी खासी दिखी। लोगों की भीड़ को देख जेपी नड्‌डा भी उत्साहित हो गए। मंच से बोले अररिया में गजब का उत्साह और ऊर्जा देखने को मिल रहा है। ये मुझे आश्वस्त कर रहा है कि आपने प्रदीप सिंह को तीसरी बार सांसद बनाने का फैसला कर लिया है।
अररिया में अल्पसंख्यकों की संख्या अच्छी खासी है। यही वजह है कि नड्‌डा ने ना तो उन्हें टारगेट किया और ना ही हिंदुत्व की कोई बात की। लेकिन, अयोध्या में बने मंदिर का क्रेडिट लेना नहीं भूले। नड्‌डा ने राम मंदिर को लेकर पूर्व की यूपीए सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की अगुवाई वाली सरकार राम मंदिर विरोधी थी। घमंडिया गठबंधन धर्म के नाम पर आरक्षण देना चाहते हैं।
इस दौरान जेपी नड्डा ने मोदी सरकार की नीतियां और विकास कार्यों को गिना दिया। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी 10 साल से सेवा कर रहे हैं। उनकी सरकार में गरीबों का कल्याण हुआ है और सुशासन है। जबकि, दूसरी तरफ राजद और कांग्रेस है, जो परिवार कल्याण और कुशासन की ओर ले जाएगी। इसलिए आप कमल का फूल खिलाएंगे तो नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री बनेंगे।
जेपी नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री के नीतियों की वजह से गरीब, युवा, वंचितों को नई ताकत मिली है। अब बिहार में 8 नए मेडिकल कॉलेज बन रहे हैं। बिहार के रास्ते ही बनारस से कोलकाता तक नया नेशनल हाईवे बन रहा है। अररिया रेलवे स्टेशन को 22 करोड़ की लागत से वर्ल्ड क्लास स्टेशन बनाया जा रहा है।
विपक्षी दलों के गठबंधन को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष इंडिया या इंडी की जगह घमंडिया कहते रहे। राजद व कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा लालू प्रसाद तो राहुल गांधी को मटन बनाना सीखा रहे हैं। इन दोनों की ये कैसी जुगलबंदी है। जेपी के आंदोलन में लालू प्रसाद ने जिनके खिलाफ आवाज उठाए थे, आज वो उन्हीं के साथ हैं। एक तरफ मोदी कह रहे हैं कि भ्रष्टाचार हटाओ तो दूसरी तरफ घमंडिया गठबंधन कह रहा है कि भ्रष्टाचार करने वालों को बचाएंगे।
कांग्रेस ने कोयला और 2जी घोटाला किया। लालू ने चारा घोटाला किया। अलकतरा घोटाला किया। नौकरी के नाम पर जमीन ली। यूपी में अखिलेश यादव ने लैपटॉप घोटाला किया। पश्चिम बंगाल में ममता ने भी घोटाला किया। दिल्ली में अरविंद केजरीवाल ने शराब घोटाला किया।
घमंडिया गठबंधन भ्रष्टाचार करने वालों का कुनबा है। इसमें शामिल लोग आधे बेल पर और आधे जेल में हैं। जेपी नड्डा यहीं नहीं रूके। परिवारवाद पर बिहार से लेकर महाराष्ट्र और दक्षिण भारत तक विपक्षी नेताओं को घेरा। उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी, राहुल और प्रियंका, ये भी परिवारवाद हैं।
फैसल जावेद यासीन अररिया में राजनीति के जानकार हैं। जेपी नड्‌डा के यहां आने और उनकी जनसभा का प्रभाव किस तरह से पड़ेगा? इस बारे में उनसे बात की। फैसल बताते हैं कि बड़े नेता के आने से फायदा होता ही है, लेकिन अररिया में भाजपा उम्मीदवार प्रदीप सिंह का भारी विरोध है। खासकर किसानों के बीच। वो भी उस इलाके में जहां आज जेपी नड्डा आए थे। जिन जगहों पर भाजपा और उनके उम्मीदवार कमजोर हैं, उसे मजबूत बनाने के लिए ही जेपी नड्डा आए थे। इनके आने से प्रदीप सिंह का विरोध कुछ कम हो सकता है।
दरअसल, यहां ब्यूरोक्रेसी हावी है। कोई भी अधिकारी उनकी सुनता ही नहीं है। इस बात को वो खुद भी कई बार कह चुके हैं। ऐसे में लोगों को लगता है कि वो एक कमजोर सांसद हैं। खाद की कालाबाजारी को नहीं बंद करवा सके।
जेपी नड्डा के अररिया आने पर कुछ स्थानीय लोगों से बात की। मेडिकल स्टोर में काम करने वाले अमन राय ने कहा कि उनके आने का फायदा तो सांसद प्रदीप सिंह को मिलेगा। पब्लिक को क्या फायदा होगा? यहां जमीनी स्तर पर कोई काम नहीं होता है। हम चाहते हैं कि केंद्र में नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री रहें, पर अररिया का सांसद बदलना चाहिए। कोई नया चेहरा आए तो ज्यादा बढ़िया रहेगा।
प्रकाश कुमार मिश्रा बताते हैं कि भाजपा खुद बहुत सशक्त है। वैसे जेपी नड्डा के आने से बहुत फायदा होगा। अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए प्रधानमंत्री ने बहुत अच्छा काम किया है। जब उनसे सवाल किया गया कि जेपी नड्डा ने रोजगार के मुद्दे पर कोई बात नहीं की? इस पर प्रकाश ने कहा रोजगार को लेकर अभी वादा करने से कोई फायदा नहीं है। रोजगार तो वैसे भी मिल रहा है। आप क्वालिफाइड हैं और क्वालिटी वाले हैं तो रोजगार मिल जाएगी।
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