मेट्रो शहरों में कोरोना से हालात बिगड़ते जा रहे हैं। दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, बेंगलुरु जैसे शहरों में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। इन शहरों पाजिटिविटी दर भी बहुत बढ़ गई है। कोलकाता में पाजिटिविटी दर जहां 47 प्रतिशत हो गई है वहीं मुंबई में 29.90 प्रतिशत दर्ज की गई। दिल्ली में यह आंकड़ा जहां 15.34 प्रतिशत रहा वहीं चेन्नई शहर में 7.3 प्रतिशत दर्ज किया गया। हमारे कोलकाता राज्य ब्यूरो के अनुसार गुरुवार को राज्य में रिकार्ड 15,421 नए मामले आए, जिसमें आधे से थोड़ा कम यानी 6,569 अकेले कोलकाता से रहे। एक दिन पहले भी कोलकाता से 6,170 नए मामले आए थे। इस दौरान राज्य की पाजिटिविटी दर जहां 24.71 प्रतिशत दर्ज की गई वहीं कोलकाता में यह आंकड़ा उससे लगभग दोगुना यानी 47 प्रतिशत रहा।
राज्य में सबसे ज्यादा प्रभावित कोलकाता ही है और यहीं से हर दिन सबसे ज्यादा नए मामले आ रहे हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञ इसे लेकर बेहद चिंतित हैं। उन्होंने अगले सप्ताह तक कोरोना के मामलों में और वृद्धि की आशंका जताई है। उधर मुंबई में पिछले 24 घंटों में कोरोना के 20,181 नए कोरोना मामले सामने आए। शहर की पाजिटिविटी दर 29.90 प्रतिशत दर्ज की गई। यह जानकारी गुरुवार को बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने दी। बीएमसी ने बताया कि मुंबई में कोरोना के मामलों की संख्या बढ़कर 8,53,809 हो गई, जबकि सक्रिय मामलों की संख्या 79,260 रही
पिछले एक सप्ताह में, छह राज्यों- महाराष्ट्र, बंगाल, दिल्ली, केरल, तमिलनाडु और कर्नाटक में दैनिक कोरोना केसलोड के साथ-साथ सक्रिय कोविड मामलों में भारी वृद्धि दर्ज की गई है। इन राज्यों से 10,000 से अधिक सक्रिय मामलों की रिपोर्ट मिल रही है जो एक बड़ी चिंता का विषय बन गए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, सात दिन पहले महाराष्ट्र में 15,179 सक्रिय मामले थे जो पांच जनवरी को बढ़कर 70,005 हो गए हैं। बंगाल में सक्रिय मामलों की संख्या केवल सात दिनों में 7,457 से बढ़कर 25,475 हो गई। केरल में वर्तमान में 20,877 सक्रिय मामले हैं। वहीं राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पिछले सप्ताह के 1,612 सक्रिय मामलों के मुकाबले अब 14,889 से अधिक मामले दर्ज हो गए हैं।