पॉपुलर एक्ट्रेस सौंदर्या की मौत का राज, पढ़िए उनकी डेथ एनवर्सरी पर खास

एक्ट्रेस सौंदर्या को गुजरे आज 19 साल बीत चुके हैं। 17 अप्रैल 2004 को एक प्लेन क्रैश में सौंदर्या की महज 31 साल की उम्र में मौत हो गई थी। ये तेलुगु सिनेमा की सबसे कामयाब एक्ट्रेस थीं। महानटी सावित्री के बाद ये सबसे ज्यादा पॉपुलर और बेहतरीन एक्ट्रेस बनकर उभरीं।

तमिल, तेलुगु, हिंदी, कन्नड़ और मलयाली भाषा में सौंदर्या ने कई फिल्में कीं। अमिताभ बच्चन की फिल्म सूर्यवंशम में राधा ठाकुर बनकर भी इन्होंने काफी तारीफें बटोरी थीं।
साउथ की सबसे पॉपुलर एक्ट्रेस सौंदर्या की जिंदगी चंद सालों में पूरी तरह बदल गई। 2003 में इन्होंने एक इंजीनियर से शादी की थी। प्रेग्नेंट होने के कारण सौंदर्या फिल्म इंडस्ट्री छोड़ना चाहती थीं, लेकिन अफसोस कि इससे पहले ही प्लेन क्रेश में इनकी मौत हो गई।
18 जुलाई 1972 को बेंगलुरु में जन्मीं सौंदर्या के पिता के.एस.सत्यानारायण एक नामी राइटर और प्रोड्यूसर थे। शुरुआत में सौंदर्या डॉक्टर बनना चाहती थीं, जिसके लिए उन्होंने एमबीबीएस में दाखिला लिया, लेकिन जैसे ही उन्हें फिल्मों के ऑफर मिलने लगे तो उन्होंने पहले साल ही पढ़ाई छोड़ दी।

सौंदर्या ने 1992 की कन्नड़ फिल्म ‘बा नाना प्रिथीशु’ से एक्टिंग डेब्यू किया, जिसके बाद उन्हें बैक-टु-बैक कन्नड़, तमिल और तेलुगु भाषा की फिल्में मिलने लगीं

सौंदर्या को 1995 की फिल्म अमोरु के लिए पहला बेस्ट एक्ट्रेस तेलुगु का फिल्मफेयर अवॉर्ड मिला था। इसके बाद उन्हें 9 अन्य बेस्ट एक्ट्रेस के अवॉर्ड भी मिले। यहां तक कि मौत के बाद भी सौंदर्या को फिल्म अपथामित्रा के लिए अवॉर्ड मिला था।
शादी के एक साल बाद 2004 में सौंदर्या ने राजनीति में कदम रखा और भारतीय जनता पार्टी और तेलुगु देशम पार्टी में शामिल हुईं। करीमनगर में होने वाली एक पॉलिटिकल रैली के लिए सौंदर्या अपने भाई अमरनाथ के साथ सुबह फ्लाइट से निकली थीं, लेकिन चंद मिनटों बाद हुए हादसे में उनकी मौत हो गई

17 अप्रैल 2004 को सौंदर्या ने बेंगलुरु से करीमनगर जाने वाला 4 सीटर प्राइवेट एयरक्राफ्ट कैसना 180 लिया। फ्लाइट ने सुबह करीब 11ः05 बजे बेंगलुरु के जक्कुर एयरफील्ड से उड़ान भरी, लेकिन 100 फीट ऊपर जाते ही फ्लाइट ने आग पकड़ ली। पूरा विमान जल गया और तेजी से जमीन पर आ गिरा।

ये फ्लाइट बेंगलुरु के गांधी कृषि विज्ञान केंद्र के कैंपस पर गिरी थी। कैंपस में एक्सपेरिमेंट कर रहे चंद लोग इस हादसे के गवाह बने और लोगों की मदद के लिए पहुंचे, लेकिन प्लेन पूरी तरह जल चुका था और उसमें बैठा हर पैसेंजर जला हुआ था। 4 सीटर एयरक्राफ्ट में सौंदर्या के अलावा उनके भाई अमरनाथ, हिंदू जागरण समिति के सेक्रेटरी रमेश कदम और पायलट जॉय फिलिप मौजूद थे।
सौंदर्या की मौत के बाद तमिल डायरेक्टर आर.वी. उदयकुमार ने एक इंटरव्यू में खुलासा किया था कि सौंदर्या मौत के समय प्रेग्नेंट थीं। सौंदर्या ने अपनी मौत से एक दिन पहले डायरेक्टर को कॉल किया था। करीब 1 घंटे हुई बातचीत में एक्ट्रेस ने बताया था कि अब वो और फिल्मों में काम नहीं करेंगी क्योंकि वो मां बनने वाली हैं। कुछ समय पहले ही सौंदर्या ने कन्नड़ भाषा की रीमेक फिल्म चंद्रमुखी की शूटिंग पूरी की थी और वो चाहती थीं कि ये उनकी आखिरी फिल्म हो। दुर्भाग्य से ऐसा ही हुआ।
बीजेपी के इलेक्शन कैंपेन में जाने से कुछ दिनों पहले सौंदर्या मोहन बाबू के साथ फिल्म शिव शंकर की शूटिंग कर रही थीं। शूटिंग शेड्यूल के बीच में ही सौंदर्या ने कैंपेन के लिए ब्रेक लिया था। आमतौर पर मोहन बाबू फिल्म की शूटिंग के दौरान किसी को शहर से बाहर जाने की अनुमति नहीं देते हैं। उन्होंने सौंदर्या को भी रोकने की कोशिशें की थीं, लेकिन सौंदर्या ने जिद कर उन्हें मना लिया।
सौंदर्या की मौत के समय शिव शंकर फिल्म महज 65% ही पूरी हुई थी। ऐसे में डायरेक्टर को फिल्म का क्लाइमैक्स बदलना पड़ा था। फिल्म बुरी तरह फ्लॉप हुई थी।
सौंदर्या साउथ की इकलौती ऐसी एक्ट्रेस थीं जो उस जमाने के हर सुपरस्टार के साथ नजर आई थीं। सूर्यवंशम में अमिताभ बच्चन के साथ आने के अलावा सौंदर्या रजनीकांत, कमल हासन, ममूटी, मोहनलाल, विष्णुवर्धन के साथ भी फिल्में कर चुकी हैं
सौंदर्या फिल्मों के अलावा सोशल वर्क में भी आगे थीं। इन्होंने अनाथ बच्चों की मदद करने के लिए 3 स्कूल खोले थे, जहां उनकी पढ़ाई मुफ्त थी। ये 90 के दशक की इकलौती एक्ट्रेस थीं, जो सोशल वर्क में ज्यादा समय बिताती थीं। सौंदर्या की मौत के बाद उनकी मां मंजुला ने अमरसौंदर्या विद्यालय और अमर सौंदर्या फाउंडेशन शुरू किया है।
1999 की फिल्म सूर्यवंशम से सौंदर्या ने बॉलीवुड डेब्यू किया था। ये उनकी पहली और आखिरी हिंदी फिल्म रही। ये फिल्म बड़ी फ्लॉप रही थी, लेकिन राधा ठाकुर बनी सौंदर्या को हिंदी ऑडियंस के बीच पहचान मिल गई। जब फिल्म की शूटिंग हुई थी तब सौंदर्या को हिंदी नहीं आती थी। ऐसे में रेखा ने उनकी जगह फिल्म की डबिंग की थी। फिल्म के जरिए अमिताभ बच्चन और रेखा सालों बाद एक ही फिल्म का हिस्सा बने थे
सौंदर्या ने 27 अप्रैल 2003 को सॉफ्टवेयर इंजीनियर जी.एस. रघु से शादी की थी। रघु सौंदर्या के मामा के बेटे थे और उनके बचपन के दोस्त भी थे। शादी से दो महीने पहले 15 फरवरी 2003 को सौंदर्या ने अपनी विल तैयार की थी, जिसमें उन्होंने बेंगलुरु और हैदराबाद स्थित अपनी कई प्रॉपर्टी घर के अलग-अलग सदस्यों को देने का फैसला किया था। इस विल में उन्होंने अपने गहने, फिक्स डिपॉजिट, कैश और हर चीज को परिवार के सदस्यों के नाम लिखा था।

सौंदर्या के परिवार में उनकी मां मंजूला, भाई अमरनाथ, भाभी निर्मला और भांजा सात्विक था। एयरक्राफ्ट क्रैश में सौंदर्या के साथ उनका भाई अमरनाथ भी मारा गया था। दोनों की मौत के 5 साल बाद 2009 में निर्मला और उसके बेटे सात्विक ने एक प्रॉपर्टी के लिए मंजुला और रघु के खिलाफ केस कर दिया था। दोनों पार्टी के बीच सालों तक विवाद चला। सौंदर्या की मौत के 11 साल बाद उनके परिवारवालों ने समझौता किया था।