खिलाडी जिसको 11 साल के लिए कर दिया गया टीम से बाहर, लौटा तो अजीबोगरीब स्टांस से जमाए सैकड़े पर सैकड़े

किसी भी खिलाड़ी का सपना होता है कि वह अपने डेब्यू इस तरह से करे कि सदियों तक वो लोगों को याद रहे और साथ ही उसकी टीम में जगह भी पक्की हो जाए. गेंदबाज हो तो ये सोचता है कि वह अपनी गेंदबाजी से टीम को जीत दिलाए. वहीं बल्लेबाज की कोशिश रहती है कि वह अपने पहले ही मैच में बड़ी पारी खेले. जो खिलाड़ी अपने डेब्यू में चमकते हैं वो अधिकतर समय तक टीम में टिकने की दावेदारी पेश कर देते हैं, लेकिन एक बल्लेबाज ऐसा रहा है जिसने अपने डेब्यू टेस्ट में शतक जमाया लेकिन फिर दो टेस्ट मैच बाद टीम से बाहर कर दिया गया और फिर 11 साल बाद उनकी टीम में वापसी हुई. हम बात कर रहे हैं पाकिस्तान के हरफनमौला खिलाड़ी फवाद आलम (Fawad Alam) की. आज फवाद का जन्म दिन है. वह आठ अक्टूबर 1985 को कराची में जन्मे थे.

फवाद ने पाकिस्तान के लिए सबसे पहले वनडे डेब्यू किया लेकिन 22 मई 2007 को श्रीलंका के खिलाफ खेले गए मैच में शून्य पर आउट हो गए. इस टीम के खिलाफ फवाद ने जुलाई 2007 में टेस्ट डेब्यू किया और इस मैच की दूसरी पारी में उन्होंने शानदार शतक जमाया. कोलंबो में खेले गए इस मैच में फवाद ने पहली पारी में तो सिर्फ 16 रन बनाए थे लेकिन दूसरी पारी में उनके बल्ले से 168 रन निकले थे. लगा था कि फवाद अब टेस्ट टीम में जगह पक्की कर लेंगे लेकिन ऐसा हुआ नहीं.

दो टेस्ट मैच के बाद कर दिए गए बाहर

फवाद ने अपने अगले दो टेस्ट मैच पाकिस्तान के बाहर ही खेले. दूसरा टेस्ट श्रीलंका के खिलाफ कोलंबो में ही खेला तो वहीं तीसरा मैच डुनेडिन में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेला. इन दो टेस्ट मैचों में फवाद ने क्रमशः 32 और 34 रन बनाए. बस यहीं से चयनकर्ताओं को फवाद चुभ गए और टीम से बाहर कर दिए गए. घरेलू क्रिकेट में फवाद का खूब नाम रहा है लेकिन वह टेस्ट में वापसी नहीं कर सके. हालांकि उन्होंने हार नहीं मानी और अपना काम करते रहे. आखिरकार फवाद की टेस्ट टीम में वापसी हो गई लेकिन उन्हें इसके लिए 11 साल का इंतजार करना पड़ा. 2009 में टीम से बाहर गया बाएं हाथ का यह बल्लेबाज 2020 में टेस्ट टीम में लौटा. उन्हें पिछले साल अगस्त में साउथैम्पटन में इंग्लैंड के खिलाफ मौका मिला. वह इसमें विफल रहे लेकिन न्यूजीलैंड के खिलाफ उन्होंने दोनों पारियों में शतक जमाए. साउथ अफ्रीका के खिलाफ भी कराची टेस्ट में उन्होंने शतक जमाया. 11 साल बाद वापसी के बाद फवाद ने नौ टेस्ट मैचों में चार शतक जमाए. इस दौरान उनकी बल्लेबाजी में एक खास बदलाव देखने को मिला. फवाद ने अपने स्टांस को बदला और काफी हद तक वेस्टइंडीज के शिवनारायम चंद्रपॉल की तरह का स्टांस किया. अभी तक फवाद ने पाकिस्तान के लिए 13 टेस्ट मैच खेले हैं और 895 रन बनाए हैं. जिसमें पांच शतक शामिल हैं. इनमें से चार शतक उन्होंने 11 साल बाद टेस्ट में वापसी में बनाए हैं.
बेशक फवाद अपने पहले वनडे में खाता भी नहीं खोल पाएं हों लेकिन फिर भी चयनकर्ताओं ने उन्हें सीमित ओवरों का खिलाड़ी माना और पाकिस्तान टीम में लगातार मौके दिए. वह 2010 तक लगातार टीम के लिए खेलते रहे, लेकिन फिर बाहर कर दिए गए, चार साल बाद फवाद फिर टीम में लौटे और 2015 तक खेले. अपना आखिरी वनडे फवाद ने 22 अप्रैल 2015 को ढाका में बांग्लादेश के खिलाफ खेला. इसके बाद से वह वापसी नहीं कर पाए. अपने करियर में फवाद ने 38 वनडे मैच खेले और 966 रन बनाने के साथ-साथ पांच विकेट भी लिए. टी20 में उन्होंने 24 मैचों में पाकिस्तान का प्रतिनिधित्व किया और 194 रन ही बनाए.