पाकिस्तान सरकार ने गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट में एक रिपोर्ट सौंपी और जानिए क्या कहा

पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान बीते 10 महीनों से रावलपिंडी की अदियाला जेल में बंद हैं। उन्होंने कुछ समय पहले सुप्रीम कोर्ट से ये शिकायत की थी कि उन्हें जेल में बेहद खराब परिस्थितियों में रखा जा रहा है। उन्हें वहां पर बेसिक चीजें भी मुहैया नहीं कराई गई हैं। इमरान खान के इन आरोपों को लेकर पाकिस्तान सरकार ने गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट में एक रिपोर्ट सौंपी है। इसमें इमरान खान को दी जाने वाली सुविधाओं और व्यवस्थाओं की तस्वीरें और विवरण शामिल हैं।
इमरान खान के आरोपों का जवाब देते हुए, पाकिस्तान के उप अटॉर्नी जनरल राजा मुहम्मद शफकत अब्बासी ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि इमरान खान के आरोप बेबुनियाद हैं। अदालत रिपोर्ट की पुष्टि करने के लिए एक न्यायिक अधिकारी की भी नियुक्ति कर सकती है।
डॉन ने अदालत को मुहैया कराई गई तस्वीरों को साझा किया है। पहली तस्वीर में इमरान खान के जेल के कमरे को दिखाया गया है। कमरे में एक LED टीवी, रूम कूलर, स्टडी टेबल और कुर्सी देखी जा सकती है।
तीसरी तस्वीर में खाना पकाने की चीजें और बर्तनों से भरी एक अलमारी दिखाई दे रही है। रिपोर्ट में कहा गया है कि खाने में क्या बनेगा ये तय करने का अधिकार इमरान खान को दिया गया है।
इसमें नेल्सन मंडेला की किताब लॉन्ग वाक टू फ्रीडम, इटालियन पत्रकार और लेखिका ओरियाना फलासी की किताब, व्हाई नेशन्स फेल, द ब्रिटिश इन इंडिया, द लाइफ ऑफ मोहम्मद, द विजन ऑफ इस्लाम आदि किताबें हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि ये किताबें इमरान खान को पढ़ने के लिए उपब्ध कराई गई हैं।
पांचवी तस्वीर में एक्सरसाइज मशीनों को दिखाया गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि इमरान खान शारीरिक व्यायाम के लिए एक्सरसाइज बाइक और स्ट्रेचिंग बेल्ट का इस्तेमाल करते हैं।
इसके अलावा, रिपोर्ट में उन तारीखों का जिक्र है जिसमें इमरान खान के रिश्तेदार, कानूनी टीम और पीटीआई के सदस्य उनसे मिले थे।
इमरान खान की पार्टी ने इन तस्वीरों को लेकर सरकार की तीखी आलोचना की है। PTI ने एक पोस्ट में लिखा है कि इमरान खान को एक छोटे से कमरे में रखा गया है, जहां पर कोई सुविधा नहीं है।
पार्टी ने लिखा है, “पूर्व प्रधानमंत्री के तौर पर इमरान खान को उन मौलिक मानवाधिकारों और बुनियादी सुविधाओं से वंचित किया जा रहा है, जिनके वे हकदार हैं। इतिहास पाकिस्तान में इस अभूतपूर्व फासीवाद को याद रखेगा।”
पंजाब की सूचना मंत्री अजमा बुखारी ने कहा कि देश के लोगों को सच का पता चलना बहुत जरूरी है। उन्होंने आगे कहा कि इमरान खान ने देश में बदला लेने वाली राजनीति की नई परंपरा शुरू की थी और उस पर गर्व भी करते थे।
बुखारी ने कहा कि हमारी पार्टी और पंजाब की सीएम मरियम नवाज का कभी भी ‘बदले की राजनीति’नहीं करते। ये हमारे एजेंडे में नहीं है। उन्होंने कहा, इमरान खान ने जो झूठ फैलाया और जो एकतरफा तस्वीर पेश की आज उसका पर्दाफाश हो गया है।