डॉन ब्रैडमैन को स्‍टंप आउट करने वाला इकलौता भारतीय विकेटकीपर, गेंदबाजी में ले चुका है हैट्रिक

किसी खेल के सबसे बड़े खिलाड़ी के साथ अगर किसी का नाम जुड़े तो इससे बड़ी उपलब्धि किसी के लिए भी क्‍या हो सकती है. और अगर बात क्रिकेट के डॉन ब्रैडमैन (Don Bradman) की हो तो कहने ही क्‍या. भारतीय टीम (Indian Cricket Team) के दिग्‍गज सचिन तेंदुलकर ऐसे ही एक खिलाड़ी रहे जिनके बारे में खुद ब्रैडमैन ने कहा कि ये भारतीय बल्‍लेबाज उन्‍हें उनकी बल्‍लेबाजी की याद दिलाता है. लेकिन क्‍या आप जानते हैं कि एक भारतीय क्रिकेटर ऐसा भी है जिसका नाम हमेशा के लिए ब्रैडमैन के नाम से जुड़ा है बल्कि इस खिलाड़ी का रिकॉर्ड कोई तोड़ नहीं पाएगा. वो इसलिए क्‍योंकि ये पहला और इकलौता भारतीय विकेटकीपर (Indian Wicket Keeper) है, जिसने डॉन ब्रैडमैन को स्‍टंप आउट करने का कारनामा अंजाम दिया है. इस विकेटकीपर का नाम प्रबीर खोखन सेन (Probir Khokhan Sen) है जिनका आज ही के दिन यानी 31 मई को जन्‍मदिन होता है.

31 मई 1926 को ब्रिटिश इंडिया के कोमिला में हुआ जो अब बांग्‍लादेश का हिस्‍सा है. प्रबीर भारतीय क्रिकेट टीम के लिए टेस्‍ट मैच खेलने वाले पहले बंगाली खिलाड़ी थे. उन्‍होंने टीम इंडिया के लिए 1948 से 1952 के बीच कुल 14 टेस्‍ट मैचों में हिस्‍सा लिया. भारत के लाजवाब विकेटकीपरों में उनकी गिनती होती है. खासकर 1947-48 में ऑस्‍ट्रेलिया दौरे पर उन्‍होंने अपने प्रदर्शन से काफी प्रभावित किया. तब उन्‍होंने मेलबर्न में चार कैच लपके और जब मेजबान टीम ने 575 रनों का पहाड़नुमा स्‍कोर खड़ा किया तो विकेटकीपर के तौर पर सेन ने सिर्फ चार रन बाई के दिए. इंग्‍लैंड के खिलाफ 1951-52 में मद्रास में उन्‍होंने पांच स्‍टंप किए. इनमें से चार पहली पारी में थे और सभी वीनू मांकड की गेंदों पर किए गए थे. ये भारत की पहली टेस्‍ट जीत रही. सेन को माधव मंत्री के हाथों विकेटकीपिंग की अपनी जगह गंवानी पड़ी.

हैट्रिक लेने वाले दुनिया के पहले विकेटकीपर

प्रबीर सेन ने स्‍कूल से निकलते ही 17 साल की उम्र में बंगाल के लिए पहला फर्स्‍ट क्‍लास मैच खेला. साल 1943 का था. प्रबीर के नाम ऑस्‍ट्रेलियाई दिग्‍गज डॉन ब्रैडमैन को स्‍टंप आउट करने की उपलब्धि भी दर्ज है. उन्‍होंने 1947-48 के ऑस्‍ट्रेलिया दौरे पर ये कारनामा किया था. तब भारतीय टीम साउथ ऑस्‍ट्रेलिया के खिलाफ अभ्‍यास मैच खेल रही थी. वहीं सेन कामचलाउ गेंदबाजी भी किया करते थे. उनके नाम ओडि़शा के खिलाफ रणजी ट्रॉफी मुकाबले में हैट्रिक लेने का रिकॉर्ड भी दर्ज है. ये मैच 1954-55 में खेला गया था. बता दें कि दुनिया में सिर्फ दो ही विकेटकीपर ऐसे हैं जिन्‍होंने नाम प्रथम श्रेणी क्रिकेट में हैट्रिक लेने का भी कीर्तिमान है. सेन के अलावा वारविकशायर के एलन स्मिथ ऐसा कर चुके हैं. एलन ने 1965 में एसेक्‍स के खिलाफ हैट्रिक ली थी.

14 टेस्‍ट में 20 कैच और 11 स्‍टंप

प्रबीर ने टीम इंडिया के लिए 14 टेस्‍ट में 11.78 की औसत से 165 रन बनाए. उनका टॉप स्‍कोर 25 रन का रहा. टेस्‍ट में उनके नाम 20 कैच और 11 स्‍टंप दर्ज हैं. वहीं 82 प्रथम श्रेणी मैचों में उन्‍होंने 23.24 की औसत से 2580 रन बनाए हैं. इनमें 3 शतक और 11 अर्धशतक भी शामिल हैं. उनका टॉप स्‍कोर प्रथम श्रेणी मैचों में 168 रन का है. उनके नाम यहां 108 कैच और 36 स्‍टंप भी दर्ज हैं. टीम इंडिया के मौजूदा विकेटकीपर बल्‍लेबाज ऋषभ पंत अब डॉन ब्रैडमैन को तो स्‍टंप नहीं कर सकते लेकिन हैट्रिक लेने का सेन का रिकॉर्ड तोड़ना उनके लिए टेढ़ी खीर साबित होगा.