इंग्लैंड के खिलाफ 5वें टेस्ट में टीम इंडिया प्लेइंग-11 में 2 बदलाव के साथ उतर सकती है। तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह स्क्वॉड का हिस्सा हैं, इसलिए उनका खेलना भी कन्फर्म ही है। दूसरी ओर आउट ऑफ फॉर्म रजत पाटीदार की जगह देवदत्त पड्डीकल डेब्यू कर सकते हैं।
धर्मशाला के HPCA स्टेडियम में मुकाबला 7 मार्च से शुरू होगा। यहां स्पिन के मुकाबले पेस को ज्यादा मदद मिलती है, इसलिए टीम इंडिया 3 पेसर्स के साथ खेलने उतर सकती है। आगे जानते हैं 5वें टेस्ट के लिए भारत की पॉसिबल प्लेइंग-11 क्या होगी।
धर्मशाला के HPCA स्टेडियम में तेज गेंदबाजों को ज्यादा मदद मिलती है। यहां अब तक हुए 20 इंटरनेशनल मैचों में 61.69% विकेट तेज गेंदबाजों को मिले। स्पिनर्स को 248 में से 95 विकेट ही मिले, यानी दोनों ही टीमें एक्स्ट्रा पेसर को मैदान में उतारने के बारे में सोच सकती है।
टीम इंडिया के पास पेस बॉलिंग ऑप्शन में जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज, आकाश दीप और मुकेश कुमार हैं। आकाश और सिराज ने पिछला टेस्ट खेला था, वहीं बुमराह सीरीज के टॉप विकेट टेकर हैं। आकाश दीप ने अच्छा किया, इसलिए उन्हें बुमराह और सिराज के साथ मौका मिल सकता है।
तेज गेंदबाजों के लिए मददगार पिच को देखते हुए टीम इंडिया 3 पेसर्स को प्लेइंग-11 में मौका दे सकती है। लेकिन इसके लिए पिछले मैच की प्लेइंग-11 में शामिल 3 में से किसी एक स्पिनर को बाहर बैठना पड़ सकता है।
रवींद्र जडेजा, रविचंद्रन अश्विन और कुलदीप यादव पिछला मैच खेले थे। अश्विन और जडेजा अपनी बॉलिंग से ही किसी भी वर्ल्ड क्लास टीम की प्लेइंग-11 में शामिल हो सकते हैं। इनकी बैटिंग भी बहुत शानदार है। दूसरी ओर कुलदीप ने पूरी सीरीज में इंग्लिश बैटर्स को परेशान किया। उनकी बैटिंग भी अच्छी रही, लेकिन अश्विन और जडेजा का अनुभव ज्यादा है इसलिए कुलदीप को ही बुमराह के लिए जगह खाली करनी पड़ सकती है।
बुमराह ने सीरीज के 3 मैचों में 17 विकेट लिए हैं। इसके बावजूद अगर कुलदीप को प्लेइंग-11 में मौका मिला तो फिर आकाश दीप को बाहर बैठाया जाएगा। ऐसे में अगर पहले गेंदबाजी आई तो टीम इंडिया के लिए 3 स्पिनर्स को प्लेइंग-11 में रखना रिस्की ऑप्शन हो जाएगा।
टीम इंडिया दूसरा बदलाव बल्लेबाजी में कर सकती है। दूसरे टेस्ट में डेब्यू करने वाले रजत पाटीदार को लगातार 3 मुकाबलों में खेलने का मौका मिला। लेकिन वह एक फिफ्टी भी नहीं लगा सके। 6 पारियों में उनके नाम 63 रन रहे। ऐसे में उन्हें आखिरी मैच में बेंच पर बैठाया जा सकता है।
दूसरी ओर लेफ्ट हैंड बैटर देवदत्त पड्डीकल स्क्वॉड में मौजूद हैं। वह रणजी ट्रॉफी के इस सीजन में 4 ही मुकाबलों में 92.66 की औसत से 556 रन बना चुके हैं। उनके नाम 3 सेंचुरी रहीं, जिनमें 193 रन बेस्ट स्कोर रहा। पड्डीकल तीसरे टेस्ट से ही स्क्वॉड का हिस्सा हैं, ऐसे में उन्हें अब डेब्यू कराया जा सकता है।
हालांकि पाटीदार को इतने ज्यादा मौके इसलिए मिल रहे हैं क्योंकि मैनेजमेंट को उनकी स्किल पर भरोसा है। अगर कोच राहुल द्रविड़ उन पर अपना भरोसा जताते हैं तो आखिरी मैच में भी वह प्लेइंग-11 का हिस्सा बन सकते हैं।
टीम इंडिया इंग्लैंड के खिलाफ 5 टेस्ट की सीरीज में 3-1 से आगे है। पहला मुकाबला इंग्लैंड ने 28 रन से जीता था। इसके बाद भारत ने दूसरा मैच 106 रन, तीसरा मैच 434 रन और चौथा टेस्ट 5 विकेट के अंतर से जीत लिया। पांचवां मुकाबला 7 मार्च से धर्मशाला में खेला जाएगा।
रोहित शर्मा (कप्तान), यशस्वी जायसवाल, शुभमन गिल, देवदत्त पड्डीकल/रजत पाटीदार, रवींद्र जडेजा, सरफराज खान, ध्रुव जुरेल (विकेटकीपर), रविचंद्रन अश्विन, आकाश दीप/कुलदीप यादव, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज।