लखनऊ में शनिवार को इंदिरा नहर में मिले प्रेमी-युगल की शिनाख्त बाराबंकी से लापता नाबालिग प्रेमी जोड़े के रूप में हुई है। दोनों ने कमर में दुपट्टा बांध कर नदी में कूद कर आत्महत्या की थी। दोनों के शव दुपट्टे से बंधे (कमर से) हुए मिले थे। रविवार को शवों की शिनाख्त हुई। पोस्टमार्टम कराने के बाद पुलिस ने शव परिजनों के सुपुर्द कर दिए। पोस्टमार्टम रिपोर्ट रिपोर्ट में दोनों की डूबने से मौत की पुष्टि हुई है।
एडीसीपी पूर्वी सैयद अली अब्बास ने बताया कि शनिवार दोपहर इंदिरा नहर में किशोर-किशोरी के शव उतारते मिले थे। जब दोनों शवों को बाहर निकाला गया तो दोनों के दूसरे गले में हाथ डाले थे और दोनों शव कमर से दुपट्टे से बंधे थे।
घटना की आसपास के जिलों की पुलिस को इसकी सूचना दी गई। जिसमें सामने आया कि बाराबंकी के बड्डूपुर थाने में 21 अप्रैल को एक 15 वर्षीय किशोरी को एक किशोर लेकर चला गया है। किशोरी कक्षा 8 की छात्रा थी।
वहीं आरोपी 16 वर्षीय किशोर कक्षा 9 में पढ़ता था। पुलिस ने दोनों के परिजनों को बुलाया था। रविवाद को दोनों के परिजनों ने शवों की शिनाख्त की। जिसके बाद पुलिस ने पोस्टमार्टम कराया। एडीसीपी ने बताया कि किसी भी पक्ष से कोई आरोप नहीं लगाया गया है। न कोई तहरीर मिली है। अगर तहरीर मिलेगी तो जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
परिजनों से पुलिस ने जब जानकारी ली तो पता चला कि किशोर 19 अप्रैल की शाम को घर से निकला था। किशोरी 20 अप्रैल को तड़के घर से निकली थी। काफी खोजबीन के बाद जब किशोरी का पता नहीं चल सका था तब दूसरे दिन 21 अप्रैल को उनके परिजनों ने बड्डूपुर थाने में केस दर्ज कराया था। पुलिस तलाश कर ही रही थी कि दोनों के शव मिल गए।
पुलिस के मुताबिक घटना की जांच की जा रही है। जांच दो बिंदुओं पर की जा रही है। आशंका है कि प्रेम प्रसंग का विरोध होने पर दोनों ने आत्महत्या कर ली।
एक साथ खुदकुशी करने के लिए एक दूसरे को दुपट्टे से बांध लिया और फिर नहर में छलांग लगा दी।
वहीं, दूसरी आशंका ये भी है कि किसी ने बांधकर नहर में फेंक दिया। हालांकि इसकी बहुत कम संभावना है। किशोरी के परिजनों ने बताया कि दोनों पिछले एक डेढ़ साल से संपर्क में थे। वहीं वह किशोर से करीब एक साल से बातचीत कर रही थी।