टोक्यो में 23 जुलाई से शुरू होने वाले ओलंपिक खेलों में पश्चिमी यूपी के होनहार अपना दम दिखाने के लिए तैयार हैं। ओलंपिक में यूपी के 12 खिलाड़ी हिस्सा लेंगे, इनमें से 9 खिलाड़ी पश्चिमी यूपी से हैं। इनमें छह खिलाड़ी ओलंपिक और तीन पैरा ओलंपिक में खेलेंगे।
खास बात यह है कि पउप्र के सभी खिलाड़ी ग्रामीण क्षेत्र व किसान परिवार से हैं। जो देश को पदक दिलाने के लिए बेताब हैं। मेरठ निवासी एथलीट अन्नु रानी व पारुल चौधरी के पास अभी ओलंपिक कोटा लेने का मौका है। वहीं मेरठ के निशानेबाज शहजर रिजवी को रिजर्व कोटे में रखा गया है।
ओलंपिक में मेरठ से तीन खिलाड़ियों का चयन हुआ है। इनमें एथलीट प्रियंका गोस्वामी, शूटर सौरभ चौधरी और हॉकी खिलाड़ी वंदना कटारिया शामिल हैं। इसके अलावा तीन खिलाड़ी बुलंदशहर के हैं।
इनमें 32 वर्षीय मुक्केबाज सतीश कुमार, खुर्जा निवासी 45 वर्षीय शॉटगन स्किट शूटर मेराज अहमद खान, बुलंदशहर निवासी रोइंग खिलाड़ी अरविंद कुमार शामिल हैं। पैरा ओलंपिक में संभल निवासी 26 वर्षीय पैरा शूटर दीपेंद्र सिंह, नोएडा के गोविंदगढ़ निवासी पैरा एथलीट प्रवीण कुमार, मेरठ महपा गांव निवासी 31 वर्षीय पैरा तीरंदाज विवेक चिकारा शामिल हैं।
मुजफ्फरनगर के हैं कुश्ती कोच
ओलंपिक में शामिल होने वाली भारतीय कुश्ती टीम के चीफ कोच द्रोणाचार्य अवार्डी जगमिंद्र सिंह को बनाया गया है। मुजफ्फरनगर के रहने वाले जगमिंद्र सिंह अपने जमाने के ख्यातिलब्ध पहलवान रहे हैं। देश के सात पहलवान ओलंपिक में शामिल होंगे।
खिलाड़ियों पर बरसेगा धन
उप्र खेल निदेशक डॉ. आरपी सिंह ने बताया कि ओलंपिक गेम्स में स्वर्ण पदक पर 3 करोड़, रजत पदक पर 2 करोड़ व कांस्य पदक पर 1 करोड़ रुपये प्रस्तावित हैं। प्रतिभाग करने वाले खिलाड़ियों को 10 लाख रुपये मिलेंगे। उन्होंने बताया कि ओलंपिक में कोटा लेने वाले खिलाड़ियों का डाटा तैयार कर लिया गया है।