यूपी वित्त एवं लेखा सेवा के समूह ‘क’ के अधिकारियों के पदोन्नति के बाद नियमानुसार विशेष सचिव एवं अनु सचिव वित्त (सेवायें) के स्थानांतरण जुलाई में किए गए।
उसके ठीक एक माह बाद इन्ही आदेशों के तरीके से अनु सचिव के फर्जी हस्ताक्षर बनाकर किसी ने फिर से कुछ आदेश जारी कर दिए। इसका खुलासा होने पर शासन ने जांच बैठा दी है।
वहीं इसके चलते इन कूट रचित आदेश करने वाले के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर आवश्यक कार्रवाई के आदेश दिए हैं।
कृषि विभाग में आदेश पहुंचने पर हुई जानकारी
वित्त अनुभाग दो के अनु सचिव राजवीर सिंह ने हजरतगंज थाना पुलिस को अपने पत्र में लिखा है कि कृषि विभाग में स्थानांतरण के दोबार आदेश आने की जानकारी पर जांच हुई।
जिसके बाद संबंधित विभाग को भी बताया गया कि स्थानांतरण संबंधित कथित स्पीड पोस्ट शासन द्वारा नहीं की गयी है। उक्त पत्र कूटरचित एवं फर्जी हैं। भविष्य में इस प्रकार के और भी फर्जी पत्र निर्गत किये जाने की सम्भावना से इंकार नहीं किया जा सकता है।
हजरतगंज पुलिस के मुताबिक तहरीर मिली है। जिसके आधार पर मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच की जाएगी।