फिटनेस टेस्ट एशिया कप से पहले आयरलैंड सीरीज भारतीय खिलाड़ियों का फिटनेस टेस्ट होगा, क्योंकि चोट के कारण लंबे समय तक मैदान से दूर रहे जसप्रीत बुमराह, प्रसिद्ध कृष्णा जैसे तेज गेंदबाज वापसी कर रहे हैं। इसमें सिलेक्टर्स बुमराह-कृष्णा की फिटनेस और फॉर्म परखेंगे। बुमराह करीब 10 महीने बाद इंटरनेशनल क्रिकेट में वापसी कर रहे हैं।
बुमराह का लीडरशिप टेस्ट आयरलैंड में बुमराह की लीडरशिप क्वॉलिटी की भी परीक्षा होगी, क्योंकि वे पहली बार किसी बाइलेटरल सीरीज में टीम इंडिया की कप्तानी करने जा रहे हैं। इससे पहले, वे इंग्लैंड में एक टेस्ट के लिए कप्तान बनाए गए थे।
टीम चयन के लिए ऑप्शन आयरलैंड दौरा एशिया कप और वर्ल्ड कप टीम चयन के लिहाज से भी अहम है, क्योंकि 3 मुकाबलों की इस सीरीज में कप्तान रोहित शर्मा और सिलेक्टर्स को कई सवालों के जवाब मिलने वाले हैं। जैसे पंत-राहुल के फिट न होने की स्थिति में विकेटकीपर कौन होगा। पंत की जगह राहुल के फिट होने पर दूसरा विकेटकीपर कौन होगा। टीम अय्यर के फिट न होने की स्थिति में नंबर-4 के विकल्प भी तलाशेगी। इस पोजिशन के लिए सूर्यकुमार यादव और युवा तिलक वर्मा पर नजरें रहेंगी।वेस्टइंडीज दौरे पर यशस्वी जायसवाल के साथ ओपनिंग करने वाले शुभमन गिल को आराम दिया गया है। ऐसे में जायसवाल के साथ उपकप्तान ऋतुराज गायकवाड ओपनिंग करते नजर आ सकते हैं। यहां जायसवाल के साथ गायकवाड के पास भी खुद को साबित करने का मौका होगा। जायसवाल ने वेस्टइंडीज के खिलाफ 2 टी-20 में 45 की औसत से रन बनाए हैं। उन्होंने दूसरे टी-20 में अपना पहला अर्धशतक जमाया। उन्होंने 51 गेंदों पर नाबाद 84 रन की पारी खेली।
वेस्टइंडीज के खिलाफ वनडे में 8 रन पर आउट होने वाले गायकवाड ने इस सीजन में IPL में शानदार प्रदर्शन कर टीम इंडिया में वापसी की है। गायवाड़ ने CSK से इस सीजन के 16 मैचों में 42.14 की औसत से 540 रन बनाए थे। स्ट्राइक रेट भी 147 का रहा।
नंबर 3 पर विकेट कीपर बल्लेबाज संजू सैमसन को मौका मिल सकता है, यह सैमसन के पास खुद को साबित करने का आखिरी मौका होगा। विकेटकीपर के तौर पर जितेश शर्मा को भी आजमाया जा सकता है। टीम मैनेजमेंट चाहेगा कि एशिया कप से पहले केएल राहुल के फिट होने पर उनके साथ दूसरे विकेटकीपर के लिए फैसला ले लिया जाए। पंत का विकल्प अभी टीम को नहीं मिला है। वेस्टइंडीज दौरे पर किशन को संजू से ज्यादा मौके मिले। ऐसे में टीम संजू को और मौका देकर उन्हें अजमाना चाहेगी।
नंबर-4 पर टीम मैनेजमेंट तिलक वर्मा को अजमाएगा। वेस्टइंडीज के खिलाफ डेब्यू करने वाले तिलक वर्मा ने 5 टी-20 मैचों में लगभग 58 की औासत से 173 रन बनाए। उनका स्ट्राइक रेट भी 140 से ऊपर रहा है। वेस्टइंडीज दौरा खत्म होने के बाद टीम इंडिया के चीफ कोच ने भी तिलक की तारीफ की और कहा था कि चौथे बैटिंग ऑर्डर के लिए तिलक बेहतर साबित हो सकते हैं। वे लेफ्टी भी हैं। ऐसे में टीम के लिए वे काफी योगदान दे सकते हैं। ऐसे में टीम मैनेजमेंट तिलक को चौथे नंबर पर एशिया कप से पहले परखेगा, ताकि टीम के पास अय्यर के साथ ही तिलक वर्मा का विकल्प हो। तिलक लिस्ट ए में भी मुंबई के लिए 57 की औसत से रन बना चुके हैं
नंबर-5 पर IPL स्टार रिंकू सिंह को मौका दिया जा सकता है। वे इस दौरे पर डेब्यू कर सकते हैं। रिंकू ने IPL में कई मौकों पर अपनी टीम KKR को जिताया है। उन्होंने आखिरी ओवर में 5 छक्के लगाकर GT के जबड़े से जीत छीन ली थी। रिंकू ने पिछले सीजन में करीब 43 की औसत से 343 रन बनाए हैं। ऐसे रिंकू को नंबर-5 पर मौका देकर अगले साल वेस्टइंडीज और अमेरिका में होने वाले टी-20 वर्ल्ड कप के लिए तैयार किया जा सकता है।
ऑलराउंडर्स के तौर पर शिवम दुबे और चोट के बाद वापसी कर रहे वाशिगंटन सुंदर के प्रदर्शन को परखा जाएगा। शिवम दुबे मीडियम पेसर ऑलराउंडर हैं, जबकि सुंदर स्पिन ऑलराउंडर हैं।
मैनेजमेंट दुबे को 6 नंबर पर बल्लेबाजी का मौका दे सकता है। हार्दिक पंड्या को सीरीज से ब्रेक दिए जाने पर उनकी टीम में वापसी हुई है। टीम मैनेजमेंट चाहता है कि पंड्या के साथ और भी ऑलराउंडर विकल्प टीम को मिले, जो फास्ट बॉलिंग के साथ ही बल्ले से भी योगदान दे सके।
शिवम टीम इंडिया के लिए खेले 13 टी-20 मैचों में 10.04 की इकोनॉमी से 5 विकेट भी ले चुके हैं। वे 135 की स्ट्राइक रेट से 105 रन बना चुके हैं। साथ ही स्पिनर वाशिंगटन सुंदर की चोट के बाद टीम में वापसी हुई है। अक्षर-जडेजा को ब्रेक दिए जाने से उन्हें मौका मिला है। सुंदर टीम इंडिया के लिए अब तक खेले 35 टी-20 आई में 32 विकेट लेने के साथ ही 150 की स्ट्राइक रेट से रन बनाए हैं। उन्हें 7 नंबर पर बल्लेबाजी के लिए अजमाया जाएगा।
आयरलैंड के खिलाफ पहले टी20 इंटरनेशनल मैच में तेज गेंदबाजों में कप्तान जसप्रीत बुमराह, अर्शदीप सिंह और प्रसिद्ध कृष्णा को मौका मिल सकता है। टीम इंडिया चाहेगी कि एशिया कप से पहले प्रसिद्ध कृष्णा और बुमराह की फिटनेस की परख हो सके और दोनों अपनी लय हासिल कर सकें।
साथ ही स्पिन बॉलिंग डिपार्टमेंट में रवि बिश्नोई को चुना जा सकता है। लेग स्पिनर बिश्नोई को वेस्टइंडीज के खिलाफ केवल एक मैच में ही मौका मिला था। ऐसे में उन्हें भी मौका दिया जा सकता है।