वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) का फाइनल भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच कल खेला जाएगा, पढ़िए खबर

भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच कल से वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) का फाइनल खेला जाएगा। लंदन के द ओवल मैदान पर होने जा रहे इस मुकाबले को जीतने वाली टीम क्रिकेट जगत में अपनी बादशाहत साबित कर देगी, क्योंकि इसे जीतने वाली टीम के पास ICC के सभी टूर्नामेंट की ट्रॉफी होंगी और वे ऐसा करने वाली पहली ही टीम बनेगी।

ऐसे में यह महामुकाबला दोनों ही टीमों के लिए वर्चस्व की लड़ाई है। इस महामुकाबले से पहले हम दोनों टीमों की स्ट्रेंथ और वीकनेस जानेंगे। आगे स्टोरी में हम दोनों टीमों का टूर्नामेंट के इस सीजन में प्रदर्शन, टॉप-5 बैटर और बॉलर, टीम के खिलाफ टॉप-5 बैटर और बॉलर भी देखेंगे
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2020 से शुरू हई। इसका पहला फाइनल जून 2021 में भारत और न्यूजीलैंड के बीच इंग्लैंड में खेला गया, जिसे न्यूजीलैंड ने जीता। WTC का दूसरा साइकल 4 अगस्त 2021 से शुरू हुआ, इसी साइकल का फाइनल अब 7 जून से भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच होगा। क्योंकि यही दोनों टीमें इस बार पॉइंट्स टेबल में टॉप-2 पोजिशन पर रहीं
जीत के मामले में पैट कमिंस की कप्तानी वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम भारत से बेहतर रही। टीम ने WTC के मौजूदा सीजन में 66.67% मैच जीते है, जबकि टीम इंडिया ने उससे कम 58.80% मैच जीते।

ऑस्ट्रेलिया ने 19 मुकाबलों में से 11 जीते, वहीं, टीम इंडिया ने 18 मैचों में से 10 में जीत हासिल की। ऑस्ट्रेलिया ने 3 मुकाबले गंवाए, जबकि भारत को 5 में हार मिली। इस दौरान ऑस्ट्रेलिया ने 5 और भारत ने 3 मैच ड्रॉ भी खेले।

दोनों ही टीमों ने 6 सीरीज खेलीं, 3 अपने घरेलू मैदान और 3 विदेश में। दोनों ही टीमों ने 4-4 सीरीज जीतीं, एक हारी और एक ही सीरीज ड्रॉ कराई। विदेश में भारत एक-एक सीरीज जीती, हारी और एक ही ड्रॉ भी कराई। वहीं घरेलू मैदान पर तीनों सीरीज जीतीं। ऑस्ट्रेलिया ने भी घरेलू मैदान पर तीनों सीरीज जीतीं। लेकिन विदेश में एक-एक सीरीज जीती, हारी और इतनी ही ड्रॉ भी कराई।

सीरीज के हिसाब से वैसे तो दोनों टीमें लगभग बराबरी पर रहीं, लेकिन भारत ने पिछली सीरीज में ऑस्ट्रेलिया को ही 2-1 से हराकर फाइनल में जगह बनाई थी। ऐसे में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत का पलड़ा भारी कहा जा सकता है। क्योंकि इससे पहले टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया को उनके घर में भी 2 लगातार सीरीज हरा चुकी है।
बैटिंग की तुलना करें तो ऑस्ट्रेलियाई टीम भारत से मजबूत नजर आ रही है। इस सीजन कंगारू टीम के 4 बैटर्स ने 1000 से ज्यादा रन बनाए, जबकि भारतीय खेमे का कोई भी बल्लेबाज एक हजार रन के आंकड़े को पार नहीं कर सका।

सीजन के टॉप-5 रन स्कोरर में भी 2 ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों के नाम हैं। इसमें उस्मान ख्वाजा (1608 रन) और मार्नस लाबुशेन (1509 रन) शामिल हैं। भारत से चेतेश्वर पुजारा इस लिस्ट में 887 रनों के साथ सबसे ऊपर हैं। लेकिन ओवरऑल रन स्कोरर में वे 19वें नंबर पर हैं।

ऑस्ट्रेलियाई टीम के ओपनर उस्मान ख्वाजा हर पांचवीं पारी में सेंचुरी और चौथी पारी में हाफ सेंचुरी जमा रहे हैं। वहीं, भारत के टॉप स्कोरर चेतेश्वर पुजारा ने 30 पारियों में एक सेंचुरी जमाई है। हालांकि वे हर 5वीं पारी में फिफ्टी बना देते हैं।
गेंदबाजी में भी कंगारू गेंदबाजों का दबदबा नजर आ रहा है। चैंपियनशिप में तीन ऑस्ट्रेलियाई बॉलर्स ने 50 से ज्यादा विकेट लिए हैं, जबकि भारत से केवल एक रविचंद्रन अश्विन ही 50 विकेट के आंकड़े को पार कर सके। इस सीजन 83 विकेट लेने वाले ऑस्ट्रेलिया के नाथन लायन ही सभी गेंदबाजों में टॉप विकेट टेकर हैं।

सीजन के टॉप-5 विकेट टेकर की सूची में दोनों टीमों का एक-एक गेंदबाज शामिल है। लायन के अलावा भारतीय स्पिनर रविचंद्रन अश्विन (61 विकेट) लिस्ट में तीसरे नंबर पर हैं।

कंगारू टीम की ओर से नाथन लायन (83 विकेट), पैट कमिंस (53 विकेट) और मिचेल स्टार्क (51 विकेट) ने 50+ विकेट लिए हैं, जबकि भारतीय की ओर से रविचंद्रन अश्विन (61 विकेट) ही 50+ विकेट ले सके हैं।

स्ट्राइक रेट के मामले में भारतीय स्पिनर अश्विन नाथन लायन से बेहतर साबित हो रहे हैं। रविचंद्रन अश्विन हर 47.59 बॉल पर विकेट लेते हैं, जबकि लायन 62.87 बॉल पर विकेट चटकाते हैं।
भारत के खिलाफ टॉप-5 रन स्कोरर प्लेयर्स में दो ऑस्ट्रेलियाई बैटर शामिल हैं, जबकि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टॉप-5 स्कोरर में कोई भारतीय शामिल नहीं है।

WTC के इस सीजन में भारत के खिलाफ इंग्लैंड के जो रूट (737 रन) ने सबसे ज्यादा रन बनाए हैं। टॉप-5 की इस सूची में उस्मान ख्वाजा (333 रन) तीसरे और मार्नस लाबुशेन (244 रन) पांचवें नंबर पर हैं। ऑस्ट्रेलिया के उस्मान ख्वाजा ने भारत के खिलाफ हर दूसरे मैच में फिफ्टी भी लगाई है।

कंगारुओं के खिलाफ टॉप-5 बैटर्स की सूची में चार पाकिस्तानी बैटर्स के नाम हैं। सबसे ज्यादा रन बनाने के मामले में पाकिस्तान के अब्दुल्ला शफीक टॉप पर हैं। उन्होंने 397 रन बनाए हैं।
भारत और ऑस्ट्रेलिया दोनों ही टीमों के खिलाफ टॉप विकेट-टेकर्स स्पिनर्स हैं। टीम इंडिया पेसर्स के सामने फंसती नजर आईं, वहीं ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टॉप-5 विकेट टेकर में 3 स्पिनर्स हैं।
भारत से रविचंद्रन अश्विन हर 40वीं बॉल पर ऑस्ट्रेलियाई बैटर्स काे आउट करते हैं, जबकि लायन हर 52वीं बॉल पर भारतीय का विकेट ले लेते हैं।
ऑस्ट्रेलिया के बैटर्स कंगारू टीम में उनके बैटर्स टीम की स्ट्रेंथ हैं। टीम के 4 बैटर्स ने इस सीजन 1000 से ज्यादा रन बनाए हैं। वहीं स्टीव स्मिथ इस मैदान पर अब तक खेले 3 मैचों में 97.75 के बेहतरीन औसत से 391 रन बनाए हैं। वे मार्नस लाबुशेन के साथ पिछले दिनों इंग्लैंड में ही काउंटी क्रिकेट भी खेल रहे थे। जिसका टीम को फायदा मिलेगा।
भारत के बॉलर्स टीम इंडिया के स्क्वॉड में 5 पेसर्स हैं, जिनमें से 4 का खेलना तय माना जा रहा है। इनमें मोहम्मद शमी, मोहम्मद सिराज, शार्दूल ठाकुर और उमेश यादव चारों को ही इंग्लैंड में खेलने का एक्सपीरियंस है। इन्हीं बॉलर्स की मदद से भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ पिछली सीरीज में 2 टेस्ट मैच जीते थे।
वीकनेस
तेज गेंदबाजों के सामने फंसते हैं भारत के बैटर्स भारतीय बल्लेबाजी की कमजोरी तेज गेंदबाजी है। भारत के खिलाफ सबसे ज्यादा विकेट तेज गेंदबाजों ने चटकाए हैं, हालांकि भारत के खिलाफ टॉप विकेट टेकर ऑस्ट्रेलियाई स्पिनर नाथन लायन हैं। उन्होंने 22 बार भारतीय बल्लेबाजों को आउट किया है। लायन के बाद भारत के खिलाफ सबसे ज्यादा विकेट 4 पेसर्स ने लिए, इनमें साउथ अफ्रीका और इंग्लैंड के 2-2 बॉलर्स हैं।