सेक्स एजुकेशन पर बनी फिल्म ‘छतरीवाली’ ने युवाओं में सेक्स के प्रति परेशानियों को सुलझाया, पढ़ें खबर

सेक्स एजुकेशन और सेक्स समस्या एक ऐसी परेशानी है, जिसके बारे में न तो स्कूलों में ठीक से पढ़ाया जाता है और न ही इसके बारे में कोई बात करना पसंद करता है, जिससे कई बार जानकारी के अभाव में, इससे कई बड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ जाता है।

लेकिन बॉलीवुड में छतरीवाली फिल्म इसी टॉपिक को लेकर है। इसके अलावा कई और फिल्में बन चुकी हैं जो इस सेंसिटिव मुद्दे के बारे में खुल कर बात करती हैं। इनमें जनहित में जारी, मेड इन चाइना सहित 7 फिल्में हैं, जिन्होंने इस मुद्दे को गंभीरता से उठाया है।
हाल ही में ओटीटी पर रिलीज हुई ‘छतरीवाली’ एक ऐसी फिल्म है, जिसमें एक केमेस्ट्री जीनियस लड़की सान्या (रकुलप्रीत सिंह) बच्चों को सेक्स एजुकेशन देने का ठान लेती है और इससे जुड़े सवालों के बारे में बच्चों को जवाब देती है।
सान्या को भी शुरू में कंडोम की बात करना नहीं भाता है। वह केमिस्ट्री के ट्यूशन पढ़ाती है। नौकरी उसको मिलती है कंडोम टेस्टर की। घर का खर्चा उसी के वेतन से चलता है लेकिन घरवालों को वह अपनी नौकरी के बारे में बता नहीं पाती। शादी के बाद वह अपने पति को कंडोम का इस्तेमाल करने के लिए राजी करती है। आस-पड़ोस की महिलाओं को भी इसके लिए समझाती है। इसी के साथ मेडिकल स्टोर पर कंडोम खरीदने वालों की संख्या बढ़ने लगती है।
बच्चे जब किशोर हो रहे होते हैं, तो उनमें होने वाले शारीरिक बदलाव उनमें उत्सुकता जगाते हैं। वह जानना चाहते हैं कि आखिर वह जो महसूस कर रहे हैं, वह है क्या? जीव विज्ञान पढ़ाने वाले शिक्षक भी प्रजनन अंगों वाला पाठ सरसरती तौर पर पढ़ाकर निकल जाते हैं। फिल्म ‘छतरीवाली’ की खूबी यही है कि वह सिर्फ कंडोम के इस्तेमाल की जरूरत की ही बात नहीं करती बल्कि समस्या को सिरे से पकड़ती है और उस पर आखिर तक कायम रहती है।
साल 2022 में रिलीज हुई फिल्म ‘जनहित में जारी’ एक बेहतरीन फिल्म थी, जिसमें कंडोम के इस्तेमाल को, कितना जरूरी है यह बताया गया है। फिल्म मनोकामना त्रिपाठी के किरदार के इर्द-गिर्द घूमती है, जिसे नुसरत भरुचा ने निभाया है। नुसरत फिल्म में मध्य प्रदेश की लोकल कंडोम निर्माता कंपनी में सेल्स रिप्रेजेंटेटर गर्ल बनी हैं, जो निरोध बेचने का काम करती हैं।
फिल्म को ह्यूमर के साथ इमोशनल टच भी दिया गया है। फिल्म का दुखद मोड़ फिल्म की हीरोइन को जिम्मेदारी से काम करने के लिए प्रेरित करता है। क्या वह अपने परिवार को जो रूढ़िवादी विचारधाराओं में डूबा हुआ है, को अपने साथ खड़ा पाएगी या वह अकेले ही सबका सामना करेगी? यही सवाल फिल्म का एक अहम हिस्सा है।
मिखिल मुसले निर्देशित मेड इन चाइना 2019 की बॉलीवुड ड्रामा है। इस फ़िल्म में राजकुमार राव गुजरात के एक संघर्षरत व्यापारी की भूमिका निभा रहे हैं। वही मौनी रॉय मुंबई की होती हैं और शादी करने के बाद अहमदाबाद आ जाती हैं। वह राजकुमार राव को चीन जाने के लिए मनाती है ताकि वह व्यापार में तरक्की कर सकें। जिसके बाद राजकुमार राव चीन जाते है और वहां सेक्स पॉवर बढ़ाने वाली दवाई बेचने का कारोबार करते हैं।
रोमांटिक कॉमेडी फिल्म शुभ मंगल सावधान एक बेहतरीन सेक्स एजुकेशन के मुद्दे पर आधारित फिल्म है, जिसमें आयुष्मान खुराना और भूमि पेडनेकर लीड रोल में दिखाई दिए हैं। वहीं, ‘खानदानी शफाखाना’ फिल्म में सोनाक्षी सिन्हा एक सेक्स क्लिनिक चलाती हैं और यौन समस्याओं के बारे में जागरूकता फैलाती हैं।
एक तरफ अक्षय कुमार, राधिका आप्टे और सोनम कपूर स्टारर फिल्म पैड मैन स्वास्थ्य और पीरियड्स हाईजीन पर जागरूकता फैलाती है। तो वहीं, स्पर्म डोनेशन और इनफर्टिलिटी के इर्द-गिर्द घूमती​ फिल्म विक्की डोनर​ में आयुष्मान खुराना और यामी गौतम लीड रोल में नजर आएं हैं।