पाकिस्तान के हैदराबाद में मंगलवार-बुधवार की दरमियानी रात एक हिंदू डॉक्टर की हत्या कर दी गई। 60 साल के डॉक्टर धरम देव राठी स्किन स्पेशलिस्ट थे। उनका कत्ल उनके ड्राइवर हनीफ लेघारी ने ही किया और वो इस वक्त फरार है।
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि मौत से कुछ देर पहले डॉक्टर धरम देव ने अपने दोस्तों के साथ होली सेलिब्रेट की थी। इससे उनका ड्राइवर हनीफ नाराज था और उसने घर लौटने पर डॉक्टर का गला रेतकर हत्या कर दी।
डॉक्टर राठी पाकिस्तान में हैदराबाद की सिटीजन कॉलोनी में रहते थे। घटना के वक्त उनका रसोइया दिलीप ठाकुर भी घर के किचन में मौजूद था। हालांकि, हनीफ ने डॉक्टर का जब मर्डर किया, तब वो उस कमरे में नहीं था। बाद में वो उस कमरे में पहुंचा और फिर पुलिस को फोन किया।
SSP अमजद शेख ने मीडिया से बातचीत में घटना की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि आरोपी हनीफ की तलाश की जा रही है। कुक ने पुलिस को बताया कि डॉक्टर राठी जब होली सेलिब्रेशन के बाद घर लौटे तो हनीफ ने उनसे काफी देर तक बहस की थी।
राठी की हत्या की असली वजह का अब तक पता नहीं चल सका है। पुलिस उनके ड्राइवर हनीफ की तलाश कर रही है। उसकी गिरफ्तारी के बाद ही असली वजह पता लग सकेगी। हत्या के बाद कुक दिलीप सदमे में है और उसे हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया है। हनीफ की गिरफ्तारी के लिए एक स्पेशल टीम बना दी गई है।
एक मीडिया रिपोर्ट में बताया गया है कि डॉक्टर राठी अपने घर में अकेले रहते थे। उनके पास दो नौकर और एक ड्राइवर था। वो दो साल पहले हेल्थ डिपार्टमेंट में सीनियर पोस्ट से रिटायर हुए थे। उनकी पत्नी और बच्चे अमेरिका में रहते हैं। कुछ दिन बाद राठी भी वहां शिफ्ट होने वाले थे। डॉक्टर राठी पाकिस्तान के कई हिस्सों में मेडिकल कैम्प लगाकर स्किन पेशेंट का मुफ्त में इलाज भी करते थे। सिंध सरकार ने उन्हें अवॉर्ड भी दिया था।
नम्रता चंदानी डेंटिस्ट थीं। तीन साल पहले कराची में उनकी रेप के बाद हत्या की गई थी।
तीन साल पहले कराची में हिंदू मेडिकल छात्रा की हत्या की गई थी। छात्रा का नाम नम्रता चंदानी था। नम्रता लरकाना के बीबी आसिफा डेंटल कॉलेज में डॉक्टर और प्रोफेसर थीं। नम्रता का शव उनके हॉस्टल के कमरे में पलंग पर मिला था। गले में रस्सी बंधी हुई थी।
पुलिस ने इसे खुदकुशी बताने की कोशिश की थी। बाद में मेडिकल रिपोर्ट्स आईं तो साफ हो गया कि नम्रता की रेप के बाद हत्या की गई है। नम्रता का भाई विशाल और पिता भी डॉक्टर हैं। पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने सरकार से इस मामले की सही जांच की मांग की थी।
हैरानी की बात है कि उस वक्त पाकिस्तान ने इस मामले की जांच के लिए एक फास्ट ट्रैक कोर्ट बनाई थी और इसके दोनों जजों ने सुनवाई से इनकार कर दिया था। इस मामले में नम्रता के दो साथियों को हिरासत में लिया गया था। बाद में उन्हें छोड़ दिया गया।
सतनाम सिंह पेशावर में डॉक्टर थे। उनका कत्ल जून 2022 में क्लीनिक में किया गया था।
पेशावर शहर में पिछले साल जून में एक सिख डॉक्टर की उनके क्लीनिक में घुसकर हत्या कर दी गई थी। सतनाम सिंह नाम के इस डॉक्टर को चार गोलियां मारी गईं थीं। उस वक्त सिंह क्लीनिक में मरीजों का चेकअप कर रहे थे। आरोपी फरार हो गए थे। हमलावरों की संख्या एक से ज्यादा थी। ये लोग सतनाम के क्लीनिक में घुसे और उन पर फायरिंग शुरू कर दी। गंभीर हालत में सिंह को लेडी रीडिंग हॉस्पिटल ले जाया गया। यहां कुछ देर बाद उन्होंने दम तोड़ दिया।