फिर से बढ़ा कोरोना का खतरा ,अस्पतालों में आक्सीजन की किल्लत

इन दिनों रूस में कोरोना को लेकर मामले बढ़ रहे है , रूस के स्वास्थ्य मंत्री मिखाइल मुराश्को ने संसद को बताया कि 12 अस्पतालों में सिर्फ दो दिनों की ही आक्सीजन बची है।वहीं जर्मनी में रिकार्ड संख्या में कोरोना संक्रमण के नए मामले दर्ज किए गए। विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन ने एकबार फि‍र यूरोप में महामारी के खतरे को लेकर आगाह किया है। ब्रिटेन ने कहा है कि टीका नहीं लेने वाले स्वास्थ्यकर्मियों को अगले साल एक अप्रैल से टीकाकरण कराना जरूरी होगा।
रूस में कामकाज पर लगा नौ दिनों का प्रतिबंध देश के ज्यादातर हिस्सों में समाप्त होने के बाद मंगलवार को महामारी से रिकार्ड संख्या में मौत हुई। रूस में बीते 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 38,058 मामले सामने आए हैं जबकि इसी दौरान 1,239 लोगों की महामारी से मौत हो गई। इसके साथ ही रूस में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 8,911,713 हो गया है जबकि महामारी से अब तक 250,454 लोगों की जान जा चुकी है।
यूरोप में रूस महामारी से सबसे ज्‍यादा प्रभावित मुल्‍क है। अकेले मास्‍को में संक्रमण के 3,927 नए मामले सामने आए हैं। सरकार की ओर से साझा की गई जानकारी के मुताबिक अक्टूबर महीने में देश में रोजाना 40 हजार के आसपास नए मामले आ रहे हैं जबकि संक्रमण से रोज 1,100 से ज्यादा लोगों की मौत हो रही है। मालूम हो कि पिछले महीने राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने रूसी नागरिकों से 30 अक्टूबर से सात नवंबर तक कामकाज बंद रखने को कहा थ
चेक गणराज्य व स्लोवाकिया को अस्पतालों में कोविड मरीजों के लिए अतिरिक्त व्यवस्था करनी पड़ रही है। कम गंभीर और दूसरी बीमारियों के पीडि़तों की भर्ती सीमित कर दी गई है। वहीं नेपाल के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि उसके पास पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन उपलब्ध हो चुकी है। देश के सभी वयस्कों को अप्रैल तक टीके लगा दिए जाएंगे
डब्‍ल्‍यूएचओ (World Health Organisation, WHO) ने कहा है कि यूरोप में महामारी से मौतों का आंकड़े में 10 फीसद की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। डब्ल्यूएचओ के यूरोपीय क्षेत्र के निदेशक डा हंस क्लूज ने पिछले हफ्ते कहा था कि यूरोप एक बार फिर महामारी के केंद्र में लौट आया है। उन्‍होंने आगाह किया था कि यदि महामारी की रोकथाम के लिए कोई कार्रवाई नहीं की गई तो इस क्षेत्र में फरवरी तक 500,000 और मौतें हो सकती हैं।
डब्ल्यूएचओ ने बुधवार को बताया कि यूरोप दुनिया का ऐसा क्षेत्र बन गया है जहां संक्रमितों और मृतकों की संख्या लगातार बढ़ रही हैं। संयुक्त राष्ट्र की स्वास्थ्य एजेंसी ने कहा कि दुनियाभर में एक दिन में लगभग 31 लाख नए मामले सामने आए। यह आंकड़ा पिछले हफ्ते की तुलना में लगभग एक फीसद अधिक है। दो-तिहाई मामले अकेले यूरोप से सामने आए आए हैं। दुनियाभर में सबसे अधिक नए मामले जिन देशों में सामने आए उनमें अमेरिका, रूस, ब्रिटेन, तुर्की और जर्मनी शामिल हैं।
यूरोपीय संघ औषधि नियामक ने बुधवार को कहा कि उसने इस बात का मूल्यांकन शुरू कर दिया है कि पांच से 11 साल के बच्चों के लिए माडर्ना की वैक्सीन को हरी झंडी दी जा सकती है या नहीं। इस पर फैसले में दो महीने लग सकते हैं। इसके बाद ही यूरोप में बच्चों का टीकाकरण शुरू हो सकेगा। एजेंसी फाइजर-बायोएनटेक की वैक्सीन का मूल्यांकन पहले ही शुरू कर चुकी है
जर्मनी में 30 साल से कम उम्र के लोगों को सिर्फ बायोएनटेक/फाइजर की कोविड वैक्सीन लगाने की सिफारिश की गई है। सलाहकार समिति का कहना है कि यह वैक्सीन युवाओं में माडर्ना के मुकाबले दिल की जटिलताएं कम पैदा करती है। स्टिको नामक समिति गर्भवतियों के लिए भी बायोएनटेक/फाइजर की वैक्सीन की सिफारिश की है। उधर, बुधवार को देश में दैनिक कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा उच्चतम स्तर (39,676 ) पर पहुंच गया।