इन्वेस्टर्स समिट में भाग लेने के लिए गृह मंत्री अमित शाह शुक्रवार को लखनऊ पहुंचे। इस दौरान यूपी में हो रहे विकास का जिक्र किया। उन्होंने कहा, “देश में यूपी का महत्व एक नंबर पर है। इतने बड़े सूबे के विकास के बिना देश आगे नहीं बढ़ सकता है। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट सफल हो चुका है। इसके लिए कानून, इंफ्रास्ट्रक्चर और पॉलिसी जरूरी है। यूपी में कानून व्यवस्था में सुधार हुआ है और इंफ्रास्ट्रक्चर सुधर रहा है।”
अमित शाह ने कहा, योगी सरकार कड़े फैसले लेने के लिए जानी जाती है। आदित्यनाथ ने हाल के दिनों में कई कड़े फैसले लिए हैं। जिसका लाभ उनकी सरकार को मिलते हुए दिखाई दे रहा है। उन्होंने कहा कि किसी भी राज्य के अंदर अगर इंडस्ट्री लानी है और इन्वेस्टमेंट लाना है तो 5 चीजें होनी चाहिए।
पहला कानून व्यवस्था ठीक हो। दूसरा राज्य का इंफ्रास्ट्रक्चर अच्छा होना चाहिए। तीसरा फाइनेंस की सुविधा होनी चाहिए। चौथा राज्य सरकार पारदर्शी तरीके से चलनी चाहिए। पांचवां सरकार त्वरित निर्णय लेनी वाली होनी चाहिए
पहले पांचों चीजों में निराशा हाथ लगती थी, लेकिन आज योगी सरकार ने इसे जमीन पर उतारा है। उतर प्रदेश सरकार पारदर्शी तरीके से चल रही है। एक प्रकार से इंडस्ट्री और इन्वेस्टमेंट के लिए अनुकूल वातावरण बना है। योगी सरकार पर भ्रष्टाचार का एक भी आरोप नहीं है
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज यूपी में 96 लाख MSME यूनिट मौजूद हैं। ये सभी 2017 से पहले बंद पड़ी थी। लोग उस समय यूनिट बंद करके यहां से पलायन कर रहे थे। लेकिन आज हमारी सरकार ने MSME के माध्यम से 40 लाख लोगों को रोजगार मुहैया कराने का काम किया है। आज बड़े पैमाने पर निवेशक निवेश करने के लिए यूपी में आ रहे हैं।
हमारी सरकार ने निवेशकों को अच्छा माहौल दिया है। कोई भी निवेशक यहां पर बिना किसी कठिनाई के अपनी कंपनी लगा सकता है। सरकार उसकी मदद कर रही है। हमारी सरकार आत्म निर्भर भारत की परिकल्पना को साकार कर रही है
लखनऊ में शुक्रवार को पीएम मोदी ने ग्लोबल इन्वेस्टर समिट-2023 का इनॉगरेशन किया। इस दौरान उन्होंने यूपी में हुए बदलाव का जिक्र किया। कहा, “एक समय यूपी बीमारू राज्य कहलाता था। हर कोई यूपी से अपनी उम्मीदें छोड़ चुका था, लेकिन 5-6 साल में प्रदेश ने अपनी नई पहचान बनाई। डंके की चोट पर खुद को बेहतर साबित किया।”
वहीं, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि छद्म समाजवाद ने भारत के औद्योगीकरण को नुकसान पहुंचाया। सीएम योगी ने बताया कि इन्वेस्टर्स समिट में अब तक 32 लाख करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव आए हैं। इससे 92 लाख से ज्यादा लोगों के लिए रोजगार के अवसर बनेंगे।
10 से 12 फरवरी यानी 3 दिन तक चलने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का लखनऊ के डिफेंस एक्सपो ग्राउंड में आयोजन किया जा रहा है। यूपी सरकार का दावा है कि यह देश की सबसे बड़ी समिट है। इसमें 16 देश की 340 कंपनियां शामिल हुई हैं
पीएम ने यूपी की कानून व्यवस्था की तारीफ की। कहा,”लोग कहते थे यूपी का विकास होना नामुमकिन है। यहां कानून व्यवस्था सुधारना नामुमकिन है। आए दिन घोटाले होते थे। लेकिन, पांच-छह सालों में यूपी ने खुद को बेहतर साबित किया। अब यूपी की पहचान बेहतर कानून व्यवस्था से होती है। यूपी गुड गवर्नेंस के लिए पहचाना जा रहा है।
पीएम ने आगे कहा, “यूपी देश के उस इकलौते राज्य के रूप में जाना जाएगा। जहां 5 अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे होंगे। इन्फ्रास्ट्रक्चर के साथ-साथ यूपी के अप्रोच में ईज ऑफ डूइंग बिजनेस को लेकर बदलाव हुए हैं। यूपी एक आशा…एक उम्मीद बन चुका है। बिजली से लेकर कनेक्टिविटी तक हर क्षेत्र में सुधार आया है। बहुत जल्द समुद्री पोर्ट से जुड़ रहा है। भारत अगर ग्रोथ इंजन, तो यूपी उसे ड्राइव कर रहा है। देश के 2 डिफेंस कॉरिडोर में एक UP में बन रहा है।”
पीएम ने भदोही की कालीन और बनारस की सिल्क का जिक्र किया है। कहा,”यूपी में क्षमताएं हैं। यहां की आबादी करीब 25 करोड़ है। दुनिया के बड़े-बड़े देशों से भी ज्यादा सामर्थ्य अकेले उत्तर प्रदेश में है। यूपी भारत का टैक्स्टाइल हब है। नई वैल्यू और सप्लाई चेन विकसित करने के लिए UP एक नया चैंपियन बनकर उभर रहा है।
पीएम मोदी ने कहा, “यूपी में एजुकेशन और स्किल डेवलपमेंट पर अच्छा काम हुआ है। महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय, अटल बिहारी वाजपेयी हेल्थ यूनिवर्सिटी, राजा महेंद्र प्रताप सिंह यूनिवर्सिटी, मेजर ध्यान चंद स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी जैसे अनेक संस्थान अलग-अलग स्किल्स के लिए युवाओं को तैयार कर रहे हैं। स्किल डेवलपमेंट के तहत अभी तक यूपी के 16 लाख से अधिक युवाओं को प्रशिक्षित किया गया है। पीजीआई लखनऊ, आईआईटी कानपुर में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से जुड़े कोर्स शुरू हुए हैं। नैक मूल्यांकन में प्रदेश के चार विश्वविद्यालयों ने हिंदुस्तान को अपना लोहा मनवा दिया। आने वाले कुछ सालों में 100 इनक्यूबेटर और 33 स्टेट ऑफ द आर्ट सेंटर को स्थापित करने का लक्ष्य सरकार ने रखा है।”
कुल मोबाइल उत्पादन से 60% से अधिक यूपी में पीएम ने कहा, “आज भारत के कुल मोबाइल उत्पादन का 60% से अधिक यूपी में होता है। यहां फिशरी, डेयरी और फूड प्रोसेसिंग को लेकर भी संभावनाएं हैं। डिफेंस कॉरिडोर बन रहा है। UP में डेयरी, एग्रीकल्चर, फ़ूड प्रोसेसिंग क्षेत्र में बहुत संभावनाएं है। इन क्षेत्रों में प्राइवेट सेक्टर की हिस्सेदारी बहुत सीमित है। फूड प्रोसेसिंग में हम एक योजना लाए हैं, जिसका आपको लाभ उठाना चाहिए।”
पीएम मोदी ने कहा, “आज हमारा फोकस छोटे किसानों को ज्यादा साधन देने और उनकी इनपुट कॉस्ट घटाने पर है। इसलिए हम जैविक खेती को प्रोत्साहन दे रहे हैं। एक नया अभियान मिलेट्स को लेकर भी शुरू किया गया है। विश्व बाजार में मोटे अनाज की पहचान बने, इसके लिए हमने इसको ‘श्री अन्न’ का नाम दिया है। यह एक सुपर फूड है। एक तरफ जहां हम किसानों को मोटे अनाज के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ इसके लिए ग्लोबल मार्केट भी तैयार कर रहे हैं।”