क्रिकेट में बेशूमार पैसा है. आज दुनियाभर में कई क्रिकेट लीग चल रही हैं जिसमें खिलाड़ियों को अच्छा पैसा मिलता है. लेकिन सब क्रिकेटरों के साथ ऐसा नहीं है. कुछ क्रिकेटर ऐसे भी हैं जिन्होंने अपने पूरे करियर में शानदार प्रदर्शन किया लेकिन रिटायरमेंट के बाद वो निजी जीवन में संघर्ष कर रहे हैं. ऐसा ही कहानी है रे प्राइस की, जिनका आज जन्मदिन है. 12 जून 1976 को हरारे में जन्मे रे प्राइस (Ray Price Birthday) अपनी गजब की लाइन और लेंग्थ के लिए जाने जाते थे. प्राइस स्पिनर जरूर थे लेकिन उनका रवैया एक तेज गेंदबाज जैसा था. प्राइस बेहद ही आक्रामक गेंदबाज थे और अपने करियर में उन्होंने सचिन जैसे बल्लेबाजों को तंग किया.
प्राइस ने अपने करियर में 22 टेस्ट में 80 विकेट झटके, 102 वनडे में उन्होंने 100 विकेट हासिल किये. वहीं 16 टी20 में उनके नाम 13 विकेट हैं. प्राइस के करियर की सबसे खास बात ये है कि उन्होंने सचिन तेंदुलकर को एक ही टेस्ट में दो बार आउट करने का कारनामा किया है. वो मास्टर ब्लास्टर को 3 बार आउट कर चुके हैं. यही नहीं आईपीएल में वो मुंबई इंडियंस की ओर से भी खेले हैं. हालांकि इन सबके बावजूद आज ये गेंदबाज आर्थिक मोर्चे पर संघर्ष कर रहा है.
दुकान चलाते हैं प्राइस
2013 में संन्यास लेने के बाद रे प्राइस ने हरारे में एक छोटी सी दुकान खोली. प्राइस क्रिकेट का सामान बेचते हैं. इसके अलावा वो पार्ट टाइम जॉब भी करते हैं. प्राइस घर-घर जाकर एसी रिपेयरिंग का काम भी करते हैं. एक इंटरनेशनल क्रिकेटर इस तरह संघर्ष कर रहा है ऐसा बहुत कम सुनने को मिलता है.प्राइस को भारत से मिली कभी ना भूल पाने वाली याद
रे प्राइस एक बार जब भारत दौरे पर आए थे तो दिल्ली टेस्ट से पहले वो चिड़ियाघर घूमने गए. रे प्राइस को हाथियों की देखभाल करने वाले एक शख्स ने पहचान लिया. उसने प्राइस से कहा कि उसका बेटा भी बाएं हाथ का स्पिनर है और आप उसके हीरो हैं. रे प्राइस ने एक इंटरव्यू में बताया था कि वो ये बात सुनकर काफी इमोशनल हो गए और इस वाकये को वो कभी नहीं भूल पाएंगे.