उत्तर प्रदेश में मार्च के आखिरी सप्ताह तक पिछले साल की गर्मी का रिकॉर्ड टूटेगा। मौसम विभाग के वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि शनिवार से यूपी में गर्मी बढ़ेगी। बीते 24 घंटे में दिन का करीब 3 डिग्री का तापमान बढ़ा है। मौसम विभाग के वैज्ञानिकों के मुताबिक 33.7 डिग्री सेल्सियस के साथ प्रयागराज यूपी का सबसे गर्म शहर रिकॉर्ड किया गया।
यूपी के सबसे ज्यादा गर्म टॉप 5 शहर
भारतीय मौसम विभाग के अनुसार, लखनऊ में शुक्रवार को अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि न्यूनतम 17 डिग्री सेल्सियस के बीच बना रहा। इसके अलावा पूरे दिन धूप आती-जाती रही। बारिश का पूर्वानुमान नहीं है। साथ ही हवा 14 किलोमीटर प्रति घंटा की गति से चली।
उत्तर प्रदेश के लखनऊ स्थित आंचलिक मौसम केंद्र ने यूपी में बारिश को लेकर येलो अलर्ट जारी किया है। गुरुवार देर रात तक प्रदेश के कई हिस्सों में हल्की गरज-चमक के साथ बारिश हुई भी है। हालांकि, शुक्रवार को दिनभर बादलों की आवाजाही बनी रही। इस दौरान न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी होने लगी है। जोकि गर्मी का एहसास करवा रही है।
दरअसल, मौसम विभाग के मुताबिक, पूर्वी भारत में 11 मार्च को आंधी-तूफान और बारिश का अनुमान है। इसका असर यूपी के कई हिस्सों में पड़ सकता है। तेज हवाओं के साथ बारिश हो सकती है। कई जगह पर ओले गिरने से गेहूं की फसल को नुकसान पहुंचने की आशंका रहेगी।
मौसम विभाग के मुताबिक इन दिनों उत्तर-पश्चिम की ओर से गर्म हवाएं चल रही हैं, जो पाकिस्तान से होते हुए राजस्थान के रास्ते यूपी में आ रही हैं। इन गर्म हवाओं के चलते ही लगातार झांसी समेत बुंदेलखंड का तापमान बढ़ रहा है। मौसम विभाग के मुताबिक 1892 के बाद मार्च के महीने में सबसे ज्यादा गर्म दिन अब तक वर्ष 2004 का 22 मार्च था। 130 वर्षों में मार्च महीने का सबसे ज्यादा तापमान साल 2022 में 31 मार्च को 42.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।
तेजी से चढ़ रहे पारे की वजह से फसल प्रभावित होने की आशंका किसानों को सताने लगी है। किसानों का कहना है कि ज्यादा गर्मी में गेहूं समय से पहले पकने की संभावना है। खेतों में नमी घटेगी तो गेहूं का दाना सिकुड़ सकता है और ऐसे में उत्पादन कम होने का डर है।
कृषि जानकारों का कहना है कि गेहूं का दाना सामान्य तापमान में पकता है। लेकिन गर्मी ज्यादा होने पर दाना न तो अच्छी तरह फूलता है और न ही सही ढंग से पकता है। अधपका और सख्त दाना होने की वजह से गेहूं के स्वाद में भी कमी आ जाती है, पौष्टिकता भी कम हो सकती है।