विमेंस प्रीमियर लीग (WPL) की 5 टीमों की नीलामी हो गई है। बुधवार को बोर्ड ने नीलामी में सफलता हासिल करने वाली कंपनियों के नाम की घोषणा की। इस नीलामी से बोर्ड को कुल 4669.99 करोड़ रुपए की रकम मिलेगी। सबसे ज्यादा बोली अहमदाबाद फ्रेंचाइजी के लिए लगी है। इस फ्रेंचाइजी के एवज में अडाणी ग्रुप 1289 करोड़ रुपए बोर्ड को देगा।
अहमदाबाद के अलावा मुंबई, दिल्ली, बेंगलुरु और लखनऊ की फ्रेंचाइजी पर बोली लगी है। यानी यही पांच टीमें विमेंस प्रीमियर लीग में शिरकत करेंगी। WPL का पहला सीजन इस साल मार्च में होना है। फरवरी में खिलाड़़ियों की नीलामी होगी।15 साल पहले 2008 में BCCI ने पुरुष IPL के लिए 8 टीमों की नीलामी की थी। इससे बोर्ड को तब 72.35 करोड़ डॉलर मिले थे। अगर डॉलर के मौजूदा भाव के हिसाब से कैलकुलेट करें तो आंकड़ा 5,907 करोड़ रुपए का आता है। 2008 में 1 डॉलर करीब 40 रुपए का था। उस हिसाब बोर्ड को पुरुष IPL फ्रेंचाइजीज की नीलामी से करीब 2900 करोड़ रुपए ही मिले थे। यानी हर टीम के लिए 362.5 करोड़ रुपए। वहीं, WPL के लिए बोर्ड को 4670 करोड़ रुपए मिले हैं। यानी 1 टीम की कीमत 934 करोड़ रुपए है।
टीम खरीदने के लिए 17 कंपनियां मैदान पर उतरीं। हालांकि 30 से ज्यादा कंपनियों ने इसके लिए टेंडर खरीदे थे। टीमें खरीदने के लिए पुरुष IPL की 7 टीमों मुंबई इंडियंस, कोलकाता नाइट राइडर्स, रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु, राजस्थान रॉयल्स, पंजाब किंग्स, सनराइजर्स हैदराबाद और दिल्ली कैपिटल्स ने रुचि दिखाई। साथ ही देश के बड़े औद्योगिक घराने अडाणी ग्रुप, कैप्री ग्लोबल, हल्दीराम ग्रुप, टोरेंट फार्मा, अपोलो पाइप्स, अमृतलीला इंटरप्राइजेज, श्रीराम ग्रुप और स्लिंगशॉट 369 वेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड भी आगे आए।बोर्ड ने कुछ दिनों पहले विमेंस प्रीमियर लीग के 5 साल के मीडिया राइट्स 951 करोड़ रुपए में बेचे हैं। यानी एक मैच 7 करोड़ रुपए का होगा। बोर्ड पहले पांच साल तक मीडिया राइट्स से हुई कमाई का 80% हिस्सा टीमों में डिस्ट्रीब्यूट करेगा। इसके बाद 5 साल 60% और उसके बाद 50% हिस्सा टीमों के खाते में जाएगा। इसके अलावा फ्रेंचाइजी को सेंट्रल लाइसेंसिंग राइट्स से प्राप्त राशि का 80 फीसदी भी मिलेगा। बाकी का रेवेन्यू स्पॉन्सर्स, सेल्स और टिकट से मिलेगा।WPL का पहला सीजन इस साल मार्च में खेला जाएगा। 5 टीमों के बीच कुल 22 मैच मुंबई के DY पाटील और ब्रेबोर्न स्टेडियम में ही होंगे। वानखेड़े स्टेडियम को पुरुष IPL के लिए तैयार किया जाएगा।एक WPL टीम को ऑक्शन में खिलाड़ी खरीदने के लिए 12 करोड़ रुपए का पर्स मिलेगा। हर साल पर्स में 1.5 करोड़ रुपए का इजाफा होगा। 25 जनवरी को 5 टीमों के नाम सामने आने के बाद ऑक्शन होगा।WPL की एक टीम में 5 विदेशी खिलाड़ी खेल सकेंगीं। टेस्ट प्लेइंग देशों से 4 और एक खिलाड़ी एसोसिएट देश से रखना होगा। अगर एसोसिएट देश की खिलाड़ी टीम में नहीं रहीं, तो एक टीम में 4 ही विदेशी खिलाड़ी खेलेंगीं। पुरुष IPL की एक टीम में 4 विदेश खिलाड़ी खेल सकते हैं। इनमें एसोसिएट देश के खिलाड़ियों का होना जरूरी नहीं है।WPL जीतने वाली टीम को 6 करोड़ रुपए, रनर-अप को 3 करोड़ और तीसरे स्थान पर रहने वाली टीम को 1 करोड़ रुपए मिलेंगे। इस तरह प्राइज मनी के रूप में कुल 10 करोड़ रुपए बांटे जाएंगे।
5 टीमों के टूर्नामेंट में 20 लीग मैच होंगे। हर टीम बाकी टीमों से 2-2 मैच खेलेगी। पॉइंट्स टेबल में टॉप पर रहने वाली टीम फाइनल में पहुंचेगी। पॉइंट्स टेबल में दूसरे और तीसरे नंबर की टीम एलिमिनेटर खेलेगी। एलिमिनेटर जीतने वाली टीम फाइनल में जाएगी और हारने वाली टीम तीसरे स्थान पर फिनिश करेगी।
WPL की टोटल प्राइज मनी के मुकाबले पुरुष IPL की प्राइज मनी 4.6 गुना तक ज्यादा है। IPL जीतने वाली टीम को 20 करोड़ और रनर-अप टीम को 13 करोड़ रुपए मिलते हैं। तीसरे और चौथे स्थान की टीमों की प्राइज मनी मिलाकर कुल रकम 46.5 करोड़ रुपए हो जाती है। वहीं, पाकिस्तान की पुरुष फ्रेंचाइजी लीग (PSL) के विनर को 3.4 करोड़ रुपए मिलते हैं। जो WPL चैंपियन की प्राइज मनी से 2.6 करोड़ रुपए कम है। WPL की टोटल प्राइज मनी 10 करोड़ रुपए है।