टीम इंडिया के टेस्ट कप्तान विराट कोहली ने आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप 2021 से पहले ही घोषणा कर दी थी कि वह इस टूर्नामेंट के बाद टी20 फॉर्मेट की कप्तानी छोड़ देंगे, लेकिन वनडे और टेस्ट के कप्तान बने रहेंगे। दक्षिण अफ्रीका दौरे से पहले विराट की वनडे कप्तानी छिन गई। इसको लेकर काफी विवाद भी हुआ और टीम इंडिया के पूर्व हेड कोच रवि शास्त्री ने इस पूरे किस्से पर अपनी बात रखी है। उन्होंने बताया कि कैसे विराट की वनडे कप्तानी जाना इस खिलाड़ी के लिए भविष्य में फायदेमंद साबित हो सकता है।
टी20 वर्ल्ड कप 2021 के खत्म होने के साथ ही रवि शास्त्री का भी बतौर हेड कोच कॉन्ट्रैक्ट खत्म हो गया। स्टार स्पोर्ट्स पर शास्त्री ने कहा, ‘यह सही तरीका था जाने का। यह विराट कोहली और रोहित शर्मा दोनों के लिए एक वरदान साबित हो सकता है। एक व्यक्ति के लिए तीनों फॉर्मेट की कप्तानी संभालना आसान नहीं होता है। खासकर जिस तरह के समय में हम जी रहे हैं, कोविड रिस्ट्रिक्शन और बायो बबल में। विराट अब पूरी तरह से रेड-बॉल क्रिकेट पर फोकस कर सकते हैं और जब तक चाहें इस फॉर्मेट की कप्तानी कर सकते हैं।’
शास्त्री ने कहा, ‘इस तरह से उन्हें बैठकर अपने खेल के बारे में सोचने का भी मौका मिलेगा। अभी वह कम से कम 5-6 साल और क्रिकेट खेल सकते हैं। विराट ने इस मामले में अपनी बात रखी, अब बीसीसीआई अध्यक्ष को अपनी बात रखनी चाहिए। अगर बातचीत सही तरीके से की जाती तो इस मुद्दे को बेहतर तरीके से हैंडल किया जा सकता था।’ बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने कहा था कि विराट को टी20 कप्तानी नहीं छोड़ने के लिए कहा गया था, लेकिन वह नहीं माने। विराट ने इस बात से साफ इंकार कर दिया था कि गांगुली या बीसीसीआई में उन्हें किसी ने टी20 कप्तानी छोड़ने से रोका था।