जिंदा रहना है, तो कपड़े उतारो : मणिपुर की लड़की

मणिपुर में 3 महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाने और एक महिला से गैंगरेप के मामले में गिरफ्तार 4 आरोपियों को 11 दिन की पुलिस कस्टडी में भेजा गया है। उधर, लोकसभा और राज्यसभा में विपक्षी सांसदों ने मणिपुर मामले को लेकर हंगामा किया। इसके चलते दोनों सदन की कार्यवाही 24 जुलाई तक के लिए स्थगित कर दी गई है।

21 साल की गैंगरेप पीड़िता ने भास्कर को बताया, ‘हम पुलिस की गाड़ी में थे। लगा था, वो हमें बचा लेंगे। मैतेई लड़कों की भीड़ ने गाड़ी को घेर लिया। हमें उतारकर इधर-उधर छूने लगे। उन्होंने कहा- जिंदा रहना है, तो कपड़े उतारो। हमने मदद के लिए पुलिसवालों की तरफ देखा, उन्होंने मुंह फेर लिया। फिर हमने जान बचाने के लिए कपड़े उतार दिए….’। पीड़िता अभी भी ट्रॉमा में है।
कुकी और मैतेई समुदाय के बीच 3 मई को हिंसा भड़की। घटना 4 मई को राजधानी इंफाल से लगभग 35 किलोमीटर दूर कांगपोकपी जिले में हुई। वारदात के करीब 2 हफ्ते बाद 18 मई पुलिस स्टेशन में FIR दर्ज हुई। घटना का वीडियो 19 जुलाई को वायरल हुआ। मणिपुर हिंसा में अब तक 142 लोग मारे गए हैं। करीब 60 हजार लोग बेघर हो चुके हैं।