तब्बू ने बताई सिंगल रहने की वजह, तबस्सुम फातिमा हाशमी का 52 वां जन्मदिन है आज

तबस्सुम फातिमा हाशमी। ये पूरा नाम है उस एक्ट्रेस का जिन्हें हम तब्बू के नाम से जानते हैं। आज इनका 52 वां जन्मदिन है। तब्बू उन एक्ट्रेसेस में से हैं जिन्होंने जो भी फिल्में की हैं, उनमें अपनी एक्टिंग का लोहा मनवाया है। तब्बू ने 38 साल फिल्म इंडस्ट्री को दिए हैं। ये शबाना आजमी की भतीजी हैं। इन्हें फिल्मों में लाने का श्रेय देव आनंद को जाता है।
तब्बू 14 साल की उम्र में फिल्म हम नौजवान में देव आनंद की बेटी बनी थीं। ऐसा नहीं है कि तब्बू का सफर देव आनंद के साथ डेब्यू करने के बाद बेहद आसान रहा। जब वो बड़ी हुईं और फिल्मों में कदम रखा तो उनकी पहली बॉलीवुड फिल्म प्रेम 5 साल अटकी रही और रिलीज नहीं हो पाई। तब्बू इससे नहीं घबराईं और उन्होंने अपनी फिल्मों के जरिए इंडस्ट्री में लंबी पारी खेलने में सफलता पाई।
तब्बू का जन्म 4 नवंबर, 1971 को हैदराबाद में हुआ। उनके पिता का नाम जमाल अली हाशमी और मां का नाम रिजवाना है। हैदराबादी मुस्लिम परिवार में जन्मीं तब्बू का बचपन आसान नहीं था। जब वो तीन साल की थीं तो उनके पिता परिवार को छोड़कर चले गए और कभी नहीं लौटे। उसके बाद मां और नाना-नानी ने तब्बू और उनकी बड़ी बहन फराह की परवरिश की। तब्बू ने एक इंटरव्यू में कहा था कि उन्होंने अपने पिता को कभी नहीं देखा, न ही उनके जहन में उनसे जुड़ी कोई याद है।
तब्बू ने ये भी कहा था कि उनके दिल में अपने पिता के लिए कोई प्यार नहीं है। उन्हें न तो अपने पिता की कभी याद आती है और न ही उनसे मिलने का मन करता है। तब्बू का कहना है कि वो अपनी लाइफ में पूरी तरह से सेटेल्ड हैं इसलिए पुरानी बातों को सोचने का अब कोई मतलब नहीं है। पिता का सरनेम हाशमी भी नहीं लगाती हैं।
तब्बू की मां स्कूल टीचर थीं और उनके नाना-नानी रिटायर्ड प्रोफेसर थे जो कि एक स्कूल चलाते थे। तब्बू की स्कूलिंग सेंट एनीज हाई स्कूल, विजयनगर, हैदराबाद में हुई थी। 1983 में अपनी मां और बहन फराह के साथ तब्बू मुंबई आ गईं। यहां उन्होंने सेंट जेवियर कॉलेज में दो साल तक पढ़ाई की। इसी दौरान मिले एक फिल्म के ऑफर ने तब्बू की किस्मत बदल दी। ये फिल्म थी 1985 में आई हम नौजवान जिसमें उन्होंने देव आनंद की बेटी की भूमिका निभाई थी। तब तब्बू की उम्र 14 साल थी।
करण थापर के शो फेस टू फेस में तब्बू ने कुछ साल पहले डेब्यू फिल्म मिलने का किस्सा शेयर किया था। उन्होंने कहा था, बचपन में मैं एक बर्थडे पार्टी में गई थी जहां मेरी मां की दोस्त सुषमा आंटी भी मौजूद थीं। सुषमा आंटी देव आनंद साहब की साली थीं। उन्होंने मुझे उस बर्थडे पार्टी में देखा। वो जानती थीं कि देव साहब एक चाइल्ड आर्टिस्ट की तलाश में थे जो कि फिल्म में उनकी बेटी का रोल प्ले कर सके।
इसके कुछ दिन बाद शबाना आंटी (शबाना आजमी) मेरे स्कूल आईं और मुझसे कहा कि देव साहब के साथ एक फिल्म का ऑफर है जिसमें तुम्हें काम करना चाहिए। मैं उस समय फिल्मों के बारे में बिलकुल भी नहीं जानती थी। जब शबाना आंटी ने मुझसे ये बात कही तो मैं काफी नर्वस हो गई। मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था लेकिन मैं इसके लिए शबाना आंटी के कहने पर तैयार हो गई।
जब स्कूल में ये बात पता चली कि मैं फिल्म के लिए स्कूल छोड़ रही हूं तो मुझे याद है कि प्रिंसिपल इस बात से काफी परेशान हो गई थीं। उन्होंने मेरी मां को बातचीत के लिए स्कूल बुलाया और उनसे पूछा कि क्या आप सही में चाहती हैं कि आपकी बेटी पढ़ाई छोड़कर फिल्मों में काम करे? दरअसल वो एक कॉन्वेंट स्कूल था जिसमें काफी स्ट्रिक्ट रुल थे और स्कूलवाले नहीं चाहते थे कि मैं स्कूल छोडूं क्योंकि मैं एक अच्छी स्टूडेंट थी।
इसके बाद फिल्म में काम करने के लिए मेरा स्क्रीन टेस्ट लिया गया। मुझे याद है उस दिन मैं बेहद नर्वस थी। मैं स्क्रीन टेस्ट देने अपनी बहन फराह नाज के साथ पहुंची। देव आनंद वहां मौजूद थे। वो फिल्म में मुझे लेना चाहते थे लेकिन उन्होंने मेरी बहन फराह का स्क्रीन टेस्ट ले लिया ताकि वो यश चोपड़ा को इसे दिखा सकें जो कि उस वक्त अपनी फिल्म के लिए एक फ्रेश चेहरे की तलाश में थे।
बाद में मुझे हम नौजवान (1985) में देव साहब की बेटी का रोल मिला। वहीं, मेरी बहन फराह नाज को यश चोपड़ा की फिल्म फासले (1985)से डेब्यू करने का मौका मिला जिसमें सुनील दत्त, रेखा और रोहन कपूर थे। ये संयोग ही था कि मैं और मेरी बहन को एक ही साल में फिल्मों में डेब्यू करने का मौका मिला। हम नौजवान की शूटिंग के दौरान देव साहब तब्बू का टैलेंट भांप गए। उन्होंने ही तबस्सुम से उनका नाम तब्बू रखा था।
‘हम नौजवान’ के बाद तब्बू ने बतौर हीरोइन 1991 में आई तेलुगु फिल्म ‘कुली नंबर 1’ से डेब्यू किया था जिसमें उनके को-स्टार साउथ स्टार वेंकटेश थे। इससे पहले 1990 में बोनी कपूर ने उन्हें फिल्म प्रेम में अपने छोटे भाई संजय कपूर के अपोजिट कास्ट किया था लेकिन ये फिल्म पांच साल तक अटकी रही थी।
तब्बू इस बात से परेशान हो गई थीं। उन्होंने एक इंटरव्यू में इस बारे में भी बात की थी। तब्बू ने कहा था, मेरी पहली फिल्म ‘प्रेम’ को स्क्रीन पर आने में पांच साल लग गए और तब तक इंडस्ट्री ने मुझे एक तरह से भुला ही दिया था। जब मुझे अपना पहला डांस सीक्वेंस शूट करना था तो मेरा आत्मविश्वास बहुत ही कम था। मैं तमाम कोशिशों के बावजूद अपने डांस स्टेप्स सही नहीं कर पा रही थी। कोरियोग्राफर सरोज खान पूरी यूनिट के सामने मुझ पर चिल्ला उठीं। यह बुरे सपने जैसा था।’
‘प्रेम’ 1995 में रिलीज हो पाई लेकिन उससे पहले तब्बू 1994 में हिंदी फिल्मों में डेब्यू कर चुकी थीं। उनकी पहली फिल्म पहला पहला प्यार थी जो कि फ्लॉप रही। इसी साल अजय देवगन के साथ फिल्म विजयपथ रिलीज हुई जिसमें तब्बू के काम को नोटिस किया गया था। फिल्म के लिए उन्हें फिल्मफेयर का बेस्ट फीमेल डेब्यू का अवॉर्ड दिया गया। इसके बाद 1995 में तब्बू हकीकत, साजन की बाहों में जैसी फिल्मों में दिखीं।
1996 उनके लिए अच्छा साबित हुआ। इस साल उनकी 8 फिल्में रिलीज हुईं जिनमें से 5 उस साल की टॉप फाइव फिल्मों में शुमार थीं। फिल्म माचिस को क्रिटिक्स ने जमकर सराहा और तब्बू ने इसके लिए करियर का बेस्ट एक्ट्रेस का नेशनल अवॉर्ड जीता।
इसके अलावा तब्बू ने तेलुगु ब्लॉकबस्टर फिल्म निन्ने पेल्लाडता में नागार्जुन के साथ काम किया। फिल्म ने बेस्ट तेलुगु फीचर फिल्म का अवॉर्ड जीता और तब्बू को एक बार फिर बेस्ट एक्ट्रेस का नेशनल अवॉर्ड भी मिला। 1999 में आई गुलजार की फिल्म हुतूतू के लिए तब्बू को नेशनल अवॉर्ड फॉर बेस्ट एक्ट्रेस के लिए भी नॉमिनेट किया गया था। इस पड़ाव तक तब्बू का झुकाव परफॉरमेंस ओरिएंटेड रोल्स की तरफ हो चुका था। उन्होंने मसाला फिल्मों में भी एक्टिंग पर पूरा जोर दिया।
यही वजह है कि 2000 में आई हेरा फेरी और अस्तित्व जैसी फिल्मों को क्रिटिक्स ने सराहा। तब्बू ने चांदनी बार, मकबूल, हैदर जैसी फिल्मों में दमदार एक्टिंग की और लीग से हटकर फिल्मों के लिए जानी जाने लगीं। 2006 में तब्बू ने अपना हॉलीवुड डेब्यू किया। वो मीरा नायर की फिल्म द नेमसेक में नजर आईं जिसमें उनकी परफॉरमेंस की काफी तारीफ हुई। हाल ही में उन्हें विशाल भारद्वाज की फिल्म खुफिया में देखा गया जो कि ओटीटी पर रिलीज हुई है।
पर्सनल लाइफ की बात करें तो डायरेक्टर साजिद नाडियाडवाला को डेट कर चुकी तब्बू का नाम साउथ स्टार नागार्जुन से जुड़ चुका है। नागार्जुन पहले से ही शादीशुदा थे और वो अपनी पत्नी को तलाक नहीं देना चाहते थे। अपने रिश्ते का कोई भविष्य नहीं देखते हुए तब्बू नागार्जुन से अलग हो गई। वो अभी भी सिंगल हैं
तब्बू ने एक इंटरव्यू में सिंगल रहने की वजह बताई थी। हिंदुस्तान टाइम्स को दिए इंटरव्यू में तब्बू ने कहा था, मुझे सिंगल वर्ड बिलकुल बुरा नहीं लगता। जिंदगी में खुशियां केवल रिलेशनशिप से ही नहीं आती हैं। आप अकेलेपन से लाइफ में जूझ सकते हो लेकिन गलत पार्टनर के साथ जिंदगी बिताने से अच्छा अकेले रहना है। पुरुष-महिला का रिश्ता काफी कॉम्प्लिकेटेड है। लोग आपके बारे में परसेप्शन बनाते हैं लेकिन इससे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता।
लाइफस्टाइल एशिया वेबसाइट की रिपोर्ट के मुताबिक, तब्बू 52 करोड़ की संपत्ति की मालकिन हैं। वो एक फिल्म के लिए तकरीबन 4 करोड़ रु. चार्ज करती हैं। ब्रांड एंडोर्समेंट के लिए तब्बू 1 करोड़ रु. चार्ज करती हैं। प्रॉपर्टी की बात करें तो तब्बू के पास हैदराबाद में एक लग्जरी बंगला है। उनके कार कलेक्शन में BMW 7 सीरीज 730Ld है जिसकी कीमत 1.38 करोड़ रु. है। इसके अलावा उनके पास मर्सिडीज बेंज एस क्लास, ऑडी Q7, BMW X5 और टोयोटा फार्च्यूनर जैसी कारें भी हैं।