समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य ने असद एनकाउंटर को लेकर बड़ा बयान दिया है. मौर्य ने कहा कि पुलिस की जान पर बन आएगी तो पुलिस आरती नहीं उतारेगी, वो आत्मरक्षा के लिए गोली चलाएगी. पुलिस मरने के लिए नहीं गई है. स्वामी प्रसाद मौर्य ने आगे कहा कि मैं मौके पर नहीं था, मेरे पास कोई तथ्य नहीं हैं, मैं उस पर कोई बयान नहीं दे सकता. ऐसे मामलों में मजिस्ट्रेट इनक्वायरी का कोई मतलब नहीं होता. अगर इनक्वायरी होनी है तो हाई कोर्ट के सेवानिवृत्ति जज से हो. प्रयागराज के उमेश पाल हत्याकांड में आरोपी रहे बाहुबली अतीक अहमद के बेटे असद अहमद को यूपी एसटीएफ ने गुरुवार (13 अप्रैल) को झांसी में एक मुठभेड़ में एनकाउंटर कर दिया. उमेश पाल हत्याकांड के बाद से ही यूपी पुलिस की कई टीमें असद की तलाश कर रही थीं. असद को पकड़ने में यूपी पुलिस को 49 दिन लगे, इस दौरान असद लगातार अपनी लोकेशन बदलता रहा. इसी साल 24 फरवरी को उमेश पाल की प्रयागराज में दिनदहाड़े हत्या कर दी गई थी. जिस तरह से उमेश पाल को दौड़ा कर बम और गोलियों से हमला करके मारा गया था, उसने यूपी सरकार की कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए थे. इस हत्याकांड की चर्चा यूपी विधानसभा में भी सुनाई दी. सीएम योगी आदित्यनाथ ने सदन में ऐलान कर दिया था कि माफियाओं को मिट्टी में मिला देंगे. इसके बाद यूपी पुलिस ने एक्शन शुरू किया और हत्याकांड में शामिल बदमाशों की उल्टी गिनती शुरू हो गई. उमेश पाल की हत्या के बाद से ही असद पुलिस की रडार पर था. झांसी भागने के बाद असद को जब एसटीएफ के पीछे होने की भनक लगी तो एक बांध के पीछे छुप गया. पीछे लगी पुलिस ने तुरंत घेराबंदी कर उसे सरेंडर करने के लिए कहा, लेकिन उसने गोली चला दी.