राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी प्रसाद मौर्य की घर वापसी हो सकती है. सूत्रों के मुताबिक स्वामी प्रसाद मौर्य बहुजन समाज पार्टी के संपर्क में हैं. माना जा रहा है कि स्वामी मौर्य जल्द ही बसपा का दामन थाम सकते हैं और वह खुद भी बसपा के लिए चुनाव लड़ सकते हैं. बसपा अपने पुराने नेताओं की वापसी को लेकर सॉफ्ट है. सूत्रों के मुताबिक आखिरी चरण के चुनाव से पहले राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी का बीएसपी के साथ गठबंधन अथवा विलय संभव है.
स्वामी प्रसाद मौर्य पहले बसपा में ही थे और बसपा में इनकी गिनती मायावती के बाद सबसे बड़े नेताओं में गिनी जाती थी. हालांकि साल 2016 में स्वामी प्रसाद मौर्य ने मायावती पर गंभीर आरोप लगाते हुए पार्टी छोड़ दी थी, स्वामी प्रसाद मौर्य ने पार्टी छोड़ते हुए मायावती पर टिकट बेचने का अरोप लगाया था. इसके साथ ही उन्होंने कहा था कि बसपा में दलितों की पूछ नहीं है, माया सिर्फ दिखावे के लिए ही अंबेडकरवादी हैं. ऐसा पहली बार नहीं होगा कि स्वामी प्रसाद मौर्य किसी पार्टी में आ रहे हैं. इससे पहले भी वह कई बार पाला बदल चुके हैं. स्वामी प्रसाद मौर्य ने समाजवादी पार्टी छोड़ने के बाद अपनी अलग पार्टी राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी का गठन किया था. इस पार्टी ने लोकसभा चुनाव के लिए भी कई सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं और उनके लिए स्वामी प्रसाद चुनाव प्रचार भी कर रहे हैं. स्वामी प्रसाद मौर्य लोकसभा चुनाव को लेकर अपनी पार्टी के उम्मीदवारों के लिए पूरी तरह से चुनाव प्रचार में जुटे हुए हैं.