भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janta Party, BJP) के राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने शुक्रवार को केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान (Dharmendra Pradhan) से केंद्रीय विद्यालयों के दाखिले (Kendriya Vidyalaya Admissions) में सांसदों और जिलाधिकारियों के कोटे को होल्ड पर रखने की बजाय खत्म करने की गुजारिश की है।
समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए सुशील मोदी ने कहा कि मुझे खुशी है कि केंद्रीय विद्यालयों के दाखिले में सांसदों और जिलाधिकारियों कोटे को अगले आदेश तक टालने का फैसला किया गया है। मैं शिक्षा मंत्री से गुजारिश करता हूं कि वह सांसदों और जिलाधिकारियों का कोटा खत्म करने पर तत्काल फैसला लें। उक्त कोटा लगभग 30,000 सीटों का है…
सुशील मोदी ने कहा कि बच्चों को उनकी योग्यता के आधार पर केन्द्रीय विद्यालयों में पढ़ने का मौका मिलना चाहिए। एक समय था जब एलपीजी, टेलीफोन और अन्य पर सांसदों का कोटा खत्म कर दिया गया था तो यह कोटा क्यों चल रहा है। इसे भी खत्म कर दिया जाना चाहिए। लोकतांत्रिक व्यवस्था में किसी के पास विवेकाधीन शक्ति नहीं होनी चाहिए। यह एक लोकतांत्रिक व्यवस्था में उचित नहीं है। इसी वजह से हम यह मांग कर रहे हैं।
सुशील मोदी ने कहा कि एक सांसद के पास सौ लोग आते हैं और केंद्रीय विद्यालयों में दाखिला दिलाने के लिए केवल 10 कोटा है। ऐसे में बाकी लोगों को नाराज करना ठीक नहीं होगा। यह चुनाव हारने का एक बड़ा कारण है। मालूम हो कि केन्द्रीय विद्यालय संगठन ने एक परिपत्र में बताया है कि केंद्रीय विद्यालय संगठन के स्कूलों में एडमिशन के लिए सांसदों और जिलाधिकारियों के कोटे पर अगले आदेश तक के लिए रोक लगा दिया है।