SGPGI यानी संजय गांधी पोस्ट ग्रेजुएट आयुर्विज्ञान संस्थान के डॉक्टरों ने रोबोट से 8 साल के बच्चे की एड्रिनल ग्रंथि के जटिल ट्यूमर का सफल ऑपरेशन किया है। कोर्टिसोल हार्मोन के अधिक उत्पादन से आठ साल के बच्चे के शरीर का आकार बढ़कर 14 साल के किशोर जैसे हो गया था। इस बीमारी को चिकित्सा भाषा में कुशिंग सिंड्रोम कहते हैं।
डॉक्टरों का दावा है कि प्रदेश के किसी सरकारी संस्थान में पहली बार रोबोट से यह सर्जरी की गई है। ऑपरेशन में करीब ढाई घंटे लगे।
SGPGI के इंडोक्राइन सर्जरी विभाग के डॉ. ज्ञानचंद ने बताया कि लखनऊ निवासी आठ साल के बच्चे के गुर्दे के ऊपर स्थित दाहिनी एड्रिनल ग्रंथि में ट्यूमर था। ट्यूमर आसपास के अंगों से चिपक गया था। कोर्टिसोल हार्मोन की मात्रा बढ़ने से बच्चे का ब्लड प्रेशर दो दवाएं खाने के बावजूद नियंत्रित नहीं हो रहा था। इस हार्मोन की वजह से बच्चे के चेहरे में सूजन, गर्दन व पेट बढ़ने के साथ ही चेहरे पर बाल व मुहासे निकल आये थे। यह बच्चा देखने में 14 साल के किशोर के समान लग रहा था।
डॉ. ज्ञानचंद ने बताया कि बच्चे को भर्ती करके पोस्टीरियर रेट्रो पेरिटोनियो स्कॉपिक रोबोटिक अड्रेनलेक्टोमी तकनीक से ऑपरेशन किया गया। इस तकनीक में ट्यूमर का ऑपरेशन बिना पेट में गए किया गया। पीठ की तरफ से बाहर से ही रोबोट ने छोटे से छेद से एड्रेनल ट्यूमर को निकाला
ऑपरेशन में डॉ. ज्ञान चंद के साथ उनकी टीम में डॉ.अभिषेक कृष्णा , डॉ. दिव्या व डॉ. रीनेल शामिल रहे। इसके अलावा एनेस्थीसिया के डॉ. अमित रस्तोगी , डॉ. संजय धिराज आदि मौजूद रहे।