नवनिर्वाचित भाजपा सांसद सनी देयोल फिर सवालों के घेरे में आ गए हैं। उन्होंने अपने संसदीय क्षेत्र गुरदासपुर के लिए प्रतिनिधि नियुक्त किया है। मामला गर्माने के बाद सनी देयोल सामने आए और पूरे मामले पर सफाई दी। उन्हाेंने इस मामले में विवाद को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। बता दें कि सनी देयोल ने मोहाली के गुरप्रीत सिंह पलहेड़ी को अपना प्रतिनिधि नियुक्त किया है, जो उनकी गैरमौजूदगी में प्रशासन की बैठकों में हिस्सा लेंगे व क्षेत्र से संबंधित उनका सारा कामकाज देखेंगे। सनी देयोल ने ट्वीट कर स्पष्टीकरण किय है कि उन्होंने प्रतिनिधि नहीं बल्कि पर्सनल असिस्टेंट (पीए) नियुक्त किया है।
गुरदासपुर संसदीय क्षेत्र के लिए सनी के अपना प्रतिनिधि नियुक्त करने पर छिड़ा विवाद
बता दें कि लोग सनी केे इस कदम पर सवाल उठा रहे हैं और विरोधी नेता निशाना साध रहे हैं। लोगों का कहना है कि हमने सनी देयोल को अपना सांसद चुना है न कि गुरप्रीत को। लोकसभा चुनाव में उनके प्रतिद्वंद्वी रहे सुनील जाखड़ ने भी सनी देयोल पर निशाना साधा है। संविधान विशेषज्ञ केटीएस तुलसी ने भी सनी के इस कदम पर सवाल उठाया है।
सनी देयोल अपनी बात से पलटे, ट्वीट कर कहा- प्रतिनिधि नहीं पीए नियुक्त किया
विवाद गर्माया तो सनी देयोल सामने आए और पूरे मामले पर सफाई दी। सनी देयोल ने ट्विटर पर अपने प्रतिनिधि को अब पीए का नाम दिया है। सनी देयोल ने एक ट्वीट पोस्ट कर पूरे मामले पर अपना पक्ष रखा। सनी देयोल ने कहा, ‘ इस मामले पर पैदा विवाद बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। पूरे मामले में बात का बतंगड़ बनाया जा रहा है। मैंने गुरदासपुर में अपने कार्यालय का प्रतिनिधित्व करने के लिए अपना पीए (निजी सहायक) नियुक्त किया है। यह नियुक्ति इसलिए की है कि यदि मैं संसद के सत्र में भाग लेने के लिए या किसी कार्य से गुरदासपुर से बाहर रहूं तो क्षेत्र में कार्य प्रभावित नहीं हो।
सनी ने लिख है कि ‘ इस नियुक्ति का मकसद यह सुनिश्चित करना है कि गुरदासपुर के विकास का कोई कार्य किसी भी कारण से प्रभावित न हो और न ही उसमें कोई देरी हो। इसका यह भी उद्देश्य है कि मैं प्रतिदिन क्षेत्र और वहां के कार्य के बारे में मुझे प्रतिदिन अपडेट प्राप्त हो।’
सनी देयोल ने ट्वीट में लिख है, संसदीय क्षेत्र में पार्टी (भाजपा) की पूरी लीडरशिप सभी मामलों पर नजर रखती है और उनको मेरा पूरा समर्थन है। एक सांसद के तौर पर मैं गुरदासपुर के प्रति जिम्मेदार हूं।गुरदासपुर की बेहतर सेवा के लिए मैं अपनी पूरी कोशिश करुंगा।
गुरदासपुर संसदीय क्षेत्र के कामकाज के लिए प्रतिनिधि नियुक्त किया तो मचा बवाल
बता दें किे सनी द्वारा नियुक्त किए गए गुरप्रीत सिंह पंजाब के मोहाली के गांव पलहेड़ी के रहने वाले हैं। सनी ने नियुक्ति पत्र में लिखा है कि वह गुरप्रीत सिंह को अपना प्रतिनिधि नियुक्त करते हैं, ताकि वह प्रशासनिक अधिकारियों के साथ होने वाली बैठकों में हिस्सा ले सकें। वह हलके से जुड़े अन्य मामलों में अपनी भूमिका अदा कर सकते हैं। वहीं, पटियाला से आप के पूर्व सांसद धर्मवीर गांधी ने भी इस पर आपत्ति जताई है।
सनी की जगह बैठकों में शामिल होंगे, कामकाज की फीडबैक लेंगेउन्होंने कहा है कि ऐसा करना गलत है।
संगरूर से आप सांसद भगवंत मान ने कहा कि ज्यादातर सांसद ऐसा करते हैं। संसद में तो प्रतिनिधि सनी देयोल ही रहेंगे। इससे पहले विनोद खन्ना या किसी अन्य सांसद ने कभी प्रतिनिधि नियुक्त नहीं किया था। भाजपा के जिला अध्यक्ष बालकृष्ण मित्तल ने कहा कि सनी देयोल ने हलके में कामकाज देखने के लिए प्रतिनिधि नियुक्त किया है। इसका तो स्वागत करना चाहिए।
सोशल मीडिया पर आलोचना
सोशल मीडिया पर लोग सनी के इस कदम की आलोचना कर रहे हैं। लोग सवाल कर रहे हैं कि उन्होंने सनी देयोल को सांसद चुना है या गुरप्रीत को। कुछ ने कहा कि गुरदासपुर के लोग ठगे गए हैं। सनी खुद गुरदासपुर नहीं आना चाहते। उन्हें पूरे गुरदासपुर लोकसभा हलके से एक भी योग्य आदमी नहीं मिला। प्रतिनिधि भी वह लिया जो 200 किलोमीटर दूर मोहाली में रहता है और सनी खुद 1800 किलोमीटर दूर मुंबई में रहते हैं।