बनारस में गली के आवारा कुत्तों का बन गया पासपोर्ट, अब कुत्ते विदेश जाकर बसेंगे क्या जानिए इस रिपोट में

गली-गली घूम रहे आवारा कुत्तों से पीछा छुड़ाने और उनके काटने से रोजाना परेशान हो रही जनता की परेशानी दूर करने के लिए एक अनूठा फॉर्मूला तलाशा गया है. उत्तर प्रदेश के वाराणसी में गली के दो आवारा कुत्तों के पासपोर्ट तैयार किए गए हैं. अब इन्हें विदेश भेजकर वहीं बसाया जाएगा. इसके लिए दोनों कुत्तों के मालिक भी तलाशे जा चुके हैं. दोनों कुत्ते अब जल्द ही अपने नए घर जाने के लिए हवाई जहाज में बैठकर विदेश यात्रा करेंगे. इन दोनों कुत्तों के लिए विदेश में नए घर और नए मालिक तलाश किए गए हैं. एक कुत्ते को नीदरलैंड्स भेजा जा रहा है, जबकि दूसरे को इटली की सैर कराई जाएगी. इन दोनों कुत्तों के मालिक भी उनके आने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं.

पहली बार में आपको ये खबर पढ़कर ये कारनामा किसी पागलपन जैसा लग रहा होगा, लेकिन यह पागलपन नहीं है. दरअसल ये विदेश में रहने वाले दो लोगों के कुत्तों से प्यार का नतीजा है, जिसमें उनकी मदद एक स्थानीय एनजीओ कर रहा है. दरअसल पिछले दिनों नीदरलैंड्स निवासी मीरल वाराणसी घूमने आई थीं. वहां उन्होंने गंगा घाट पर एक आवारा कुतिया बेहद बुरी हालत में मिली. इस कुतिया का नाम उन्होंने जया रखा और उसे इलाज के लिए एनिमयर केयर ट्रस्ट संस्था से संपर्क किया. उन्होंने जया के ठीक होने तक उसका इलाज कराया. इसके बाद वापस लौटते समय उसे अपने पास नीदरलैंड्स ही बुलाकर रखने का वादा किया. इसके तहत ही जया का पासपोर्ट बनवाया गया और अब नीदरलैंड्स भेजने का इंतजाम किया जा रहा है. दूसरे कुत्ते का नाम मोती है. वो इटली निवासी वीरा लज्जारेती को वाराणसी की गलियों में मिला था. वीरा को मोती बेहद भा गया और उन्हें उससे लगाव हो गया. वीरा ने भी उसे साथ ले जाने के लिए उसका पासपोर्ट और टिकट तैयार कराया है.

दोनों कुत्तों की पूरी जानकारी उनके पासपोर्ट में लिखी गई हैं.
कुत्तों का सभी तरह का जरूरी वेक्सीनेशन कर दिया गया है.
विदेश पहुंचने पर भी उनकी मेडिकल एक्सपर्ट जांच करेंगे.
इसके अलावा उनका दोबारा वेक्सीनेशन किया जाएगा.
दोनों पर एक चिप भी लगाई गई है, जिसे स्कैन करने पर उनकी सारी जानकारी मिल जाएगी.