दुनिया में शायद ही ऐसा कोई कर्मचारी होगा जो अपने बॉसे से बहुत खुश रहता होगा. कर्मचारी और बॉस के बीच टॉम एंड जेरी जैसा रिश्ता होता है. दोनों एक दूसरे के बिना रह भी नहीं सकते और एक दूसरे के साथ रहने में उन्हें बहुत मुश्किलें होती हैं. प्राइवेट सेक्टर में ये मुश्किलें ज्यादातर एक तरफा होती हैं. कर्मचारी ही अपने बॉस से परेशान रहता है. कई बार बॉसेज अजीबोगरीब फरमान दे देते हैं जो बिना सिर-पैर की होती हैं. हाल ही में ऐसा ही एक फरमान एक बॉस ने दिया जो वायरल हो रहा है
सोशल मीडिया वेबसाइट रेडिट पर इन दिनों एक पोस्टर चर्चा का विषय बना हुआ है. दरअसल, एक बॉस ने ऑफिस में ऐसे पोस्टर चिपका दिए जिसको पढ़कर कर्मचारी हैरान हो गए. बॉस ने अपने कर्मचारियों को ऑफिस में फोन चार्ज करने से रोक दिया है. इस पोस्टर में लिखा है- “ऑफिस में कोई भी शख्स मोबाइल फोन या फिर अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण चार्ज ना करे. ये बिजली चोरी माना जाएगा. जो भी ऐसा करेगा उसकी सैलेरी में कटौती की जाएगी. फोन को ऑफिस में स्विच ऑफ रखा जाए
बॉस के ऐसे फरमान की हो रही आलोचना
फोटो वायरल होने के बाद से ही लोग ऐसे बॉस की आलोचना कर रहे हैं. कुछ लोगों का कहना है कि फिर कर्मचारियों को ओवरटाइम भी नहीं करवाना चाहिए क्योंकि वो भी बिजली का गलत इस्तेमाल होगा. आपको बता दें कि ये पोस्टर कुछ साल पहले भी वायरल हुआ था इसलिए इसकी प्रमाणिकता की जांच फिलहाल नहीं हो सकी है
कुछ दिन पहले भी वायरल हुआ था बॉस का अजीबोगरीब फरमान
सोशल मीडिया साइट रेडिट पर कुछ दिनों पहले भी एक ऑफिस में लगा पोस्टर काफी वायरल हो रहा था. वो इसलिए क्योंकि ये पोस्टर कर्मचारियों की ओर काफी असंवेदनशील था. पोस्टर में एक शख्स जेल में बंद है. और उसके ऊपर लिखा है- “किसो को फर्क नहीं पड़ता, ज्यादा मेहनत करें, मेहनत के अनुसार फल होगा.” पोस्टर में नजर आ रहा चित्र दरअसल, मोनोपॉली बोर्ड गेम का है. पोस्टर के हिसाब से बॉस अपने कर्मचारियों को ये कहना चाहता है कि कर्मचारी की लाइफ में क्या चल रहा है, उसे क्या तकलीफ है, इससे किसी को फर्क नहीं पड़ता, बस कड़ी मेहनत करते जाओ.