सऊदी अरब में ऊंट अपने काम से ही नहीं, बल्कि अपनी खूबसूरती के लिए भी खासे मशहूर होते हैं. यहां बाकायदा ऊंटों की खूबसूरती को जज करने के लिए प्रतियोगिता होती है. ऐसी ही एक प्रतियोगिता में तब बवाल मच गया, जब दर्जनों ऊंट यहां बोटॉक्स इंजेक्शन लेकर पहुंच गए.
किंग अब्दुलाज़ीज़ कैमेल फेस्टिवल सऊदी अरब के कुछ उन सालाना ईवेंट्स में से एक है, जहां ऊंटों की खूबसूरती का प्रदर्शन किया जाता है. आपको इस प्रतियोगिता के बारे में सुनकर भले ही हंसी आ रहे हो, लेकिन मिडिल ईस्ट में ये सामान्य बात है. यहां ऊंट सज-धजकर पहुंचते हैं और अपने नाम साल के सबसे सुंदर ऊंट या ऊंटनी होने का खिताब लेकर जाते हैं.
40 ऊंटों ने लिए थे बोटॉक्स इंजेक्शन
हालांकि इस बार हो रही सौंदर्य प्रतियोगिता में करीब 40 ऊंटों को अधिकारियों ने बाहर का रास्ता दिखा दिया. सऊदी प्रेस एजेंसी के मुताबिक इस प्रतियोगिता में इन ऊंटों ने बोटॉक्स इंजेक्शन और दूसरे कॉस्मेटिक टचअप के ज़रिये खुद को ज्यादा खूबसूरत दिखाने की कोशिश की थी. ऐसे में कैमेल फेस्टिवल से इन्हें निकाल दिया गया. प्रतियोगिता में किसी भी तरह के कॉस्मेटिक ट्रीटमेंट की अनुमति नहीं दी गई है. इन ऊंटों को लिप फिलर्स दिए गए थे, ताकि उनकी मसल्स ज्यादा चिकनी दिखाई दें. इतना ही नहीं ऊंटों के मालिक उनके ऊपरी होंठों को रोज़ाना खींचते हैं ताकि ये बड़े दिखें और ऊंटा ज्यादा सुंदर लगें.
कुछ सालों में बढ़ा है कॉस्मेटिक का चलन
द नेशनल से बात करते हुए प्रतियोगिता के गाइड अली ओबाइद का कहना है कि पिछले कुछ सालों में ऊंटों को पालने वालों ने कॉस्मेटिक्स का इस्तेमाल बढ़ा दिया है, जो बड़ी समस्या है. हालांकि जब उनकी जांच क्लिनिकली की जाती है तो इसका सच पता चल जाता है. इस तरह नियम का उल्लंघन करने वालों को 26 लाख का जुर्माना देना पड़ता है. सऊदी में इस तरह के कॉस्मेटिक प्रोसिजर इसलिए भी लोग कराते हैं, क्योंकि उन्हें लगता है कि ऊंटों का जीतना उनकी प्रतिष्ठा को बढ़ा देता है.