उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले के सिकंदराराऊ कस्बे में बड़ा हादसा हो गया। यहां भोले बाबा का सत्संग चल रहा था। बताया गया है कि सत्संग समाप्त होने के बाद यहां से जैसे भी भीड़ निकलना शुरू हुई तो भगदड़ मच गई। इस भगदड़ में महिलाएं और बच्चे बुरी तरह कुचलते चले गए। मौके पर चीख पुकार मच गई। हादसे में कई लोगों की मौत होने की आशंका है। घायलों को मेडिकल कॉलेज एटा भेजा गया है 23 लोगो की अभी तक हुई मौत। मौत का बढ़ सकता है आंकड़ा। CM ने जनपद हाथरस में हुए हादसे का संज्ञान लिया । CM योगी ने मृतकों के शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना की व्यक्त । CM ने अधिकारियों को तत्काल मौके पर पहुंच कर राहत कार्य में तेजी लाने के दिए निर्देश। मुख्यमंत्री ने घायलों के समुचित उपचार के दिए निर्देश ।
सत्संग पंडाल में भगदड़ से अब तक 75 की मौत हो चुकी है। मरने वालों में अधिकांश महिलाएं और बच्चे हैं। मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है। काफी संख्या में महिलाएं, बुजुर्ग और बच्चे घायल हैं। जिनकी हालत गंभीर बताई जा रही है। संत भोले बाबा का प्रवचन सुनने के लिए हाथरस एटा बॉर्डर के पास स्थित रतीभान पुर में बहुत बड़ी संख्या में लोग जमा थे। पंडाल में भयानक उमस और गर्मी के कारण भगदड़ जैसी स्थिति बन गई। घटनास्थल पर पुलिस प्रशासन और एंबुलेंस पहुंचने में काफी विलंब हुआ। स्थानीय लोगों ने आसपास के अस्पताल और एटा के हॉस्पिटल्स में घायलों को भेजा है। CMO एटा ने 25 महिलाएं और 2 बच्चों की कुचलकर मौत से पुष्टि कर दी है। हाथरस प्रशासन ने 48 लोगों की मौत की पुष्टि कर दी है। यहां भी मरने वालों में ज्यादातर महिलाएं और उनके साथ आए छोटे बच्चे हैं वहां मौजूद लोगो का कहना है कि मरने वालों की संख्या ज्यादा है जिन्हें घायल हालत में आसपास के जिलों में अलग अलग भेजा गया था। सिर्फ एटा के सरकारी अस्पताल में 27 लाशें पहुंच चुकी हैं। जिसमें 25 महिलाएं और 2 बच्चे हैं।
हाथरस में 48 लाशें गिनी जा चुकी है। मरने वालों की संख्या और अधिक बढ़ सकती है।
रिपोटर – सोनू यादव