परेश रावल ड्रीम गर्ल में अपने रोल की वजह से सुर्खियों में हैं। परेश ने 37 सालों के करियर में तकरीबन 150 से भी अधिक फिल्में की हैं। बात सपोर्टिंग रोल की हो या सीरियस, परेश ने हमेशा खुद को साबित किया है।
अंदाज अपना-अपना के तेजा हों या हेरा फेरी के बाबू भाई, वेलकम के ‘डॉ. घुंघरू’ हों या ओ माई गॉड के कांजी लालजी, इन्होंने हर किरदार बखूबी निभाया है।
हिन्दी सिनेमा का यह दौर कैसा चल रहा है जहां ‘गदर-2’ और ‘omg-2’ दोनों ही फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सफल साबित हुई हैं? इस सवाल के जवाब में परेश ने पुष्पा और KGF की तारीफ करते हुए कहा कि ह्यूज कमर्शियल सिनेमा ऐसा ही होना चाहिए।
परेश रावल ने कहा कि फिल्म मेकर्स को ऑडियंस को अच्छा कंटेंट देना चाहिए। उन्होंने कहा- आज की ऑडियंस के साथ एक्सपेरिमेंट नहीं करोगे, तो आप बेवकूफ हो। ऐसी ऑडियंस जिन्होनें लॉकडाउन के अंदर सब देख डाला है, नेटफ्लिक्स से लेकर वर्ल्ड सिनेमा देख लिया है, उसे तो आप कुछ अच्छा दिखाओ।
उसे आप वही घिसा-पिटा कंटेंट दिखाओगे तो मजा नहीं आएगा। ऐसे में अगर आप ऑडियंस को बेवकूफ समझते हो तो फिर बॉक्स ऑफिस पर ऑडियंस आपको बेवकूफ बनाती है। ऐसे आपकी फिल्में भी कभी नहीं चलेंगी।