क्रिकेट साउथ अफ़्रीका (सीएसए) की भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के साथ पॉजिटिव बातचीत चल रही है और उन्हें भरोसा है कि भारत का दौरा प्लान के मुताबिक होगा। हालांकि देश के शीर्ष महामारी वैज्ञानिकों में से एक डॉक्टर सलीम अब्दुल करीम ने उम्मीद जताई है कि देश में इस सप्ताह के अंत तक 10,000 से ज्यादा केस रोज के आने शुरू होने लगेंगे। सीएसए ने बीसीसीआई को गोटंग और द वेस्टर्न केप में होने वाले बायो बबल माहौल को लेकर संतुष्टि दी है।
सीएसए के कार्यकारी सीईओ फोलेक्सी मोसेकी ने कहा, ‘हमारी बीसीसीआई के साथ बातचीत चल रही है और वह यहां आने के लिए एक्साइटेड हैं। हमारी सरकार हमारी मदद करना चाहती है और हम अपने भारतीय समकक्षों को आश्वस्त करना चाहते हैं कि सब कुछ पटरी पर है।’ गोटंग प्रांत में पहला और दूसरा टेस्ट खेला जाना है और यहीं पर सबसे ज्यादा केस देखने को मिल रहे हैं और उम्मीद है आने वाले समय में द वेस्टर्न केप में दिखने लगेंगे। सीएसए ने पिछले साल गर्मियों में श्रीलंका और पाकिस्तान की सफलता पूर्वक मेजबानी की थी और ऑस्ट्रेलिया की मेजबानी करने की भी तैयारी कर रहे थे। लेकिन द वेस्टर्न केप ज्यादा सफल नहीं रहा है। पिछले साल दिसंबर में इंग्लैंड ने अपने केपटाउन के होटल में कोविड केस निकलने के बाद दौरे को रद्द कर दिया गया था। सीएसए ने तब से बबल को और सख्त किया है, जहां खिलाड़ियों को बिना किसी कारण के होटल से बाहर जाने की इजाजत नहीं थी।
मोसेकी ने कहा, ‘हमने दो बायो बबल बनाने की तैयारी की थी। हमने इंग्लैंड दौरे से बहुत कुछ सीखा है। जब हम इस दौरे की तैयारी कर रहे थे तो हमने मैचों की संख्या को देखते हुए गोटंग और केप टाउन के लिए तैयारी की है। प्लान यही है कि जोहानसबर्ग से केपटाउन तक चार्टर फ्लाइट का इंतजाम होगा। इस नए वेरिएंट के आने से पहले भी यही प्लान था।’ जहां तक चीजे अभी तक पहुंची हैं, सीएसए ने अभी तक दौरे को कहीं और या किसी ओर समय कराने का प्लान नहीं बनाया है। इसकी जगह, उम्मीद यह है कि भारत से सीरीज सही समय पर होगी और इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया की सीरीज नहीं होने से हुए नुकसान की भरपाई की जाएगी। मोसेकी ने कहा, ‘अगर यह दौरा नहीं होता है, तो इससे हम एक खराब स्थिति में पहुंच जाएंगे। हमें कुछ प्रोग्राम रोकने पड़ेंगे। हम एक या दो सालों में एक अलग स्थिति में पहुंच जाएंगे।’