भारत और श्रीलंका के बीच टी20 सीरीज समाप्त होने के बाद मेजबान टीम श्रीलंका के ऑलराउंडर इसुरु उदाना ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया था। अपनी तेज गेंदबाजी के लिए जाने-जाने वाले इसुरु उदाना ने संन्यास के पीछे का कारण बताया था कि वे अपने देश के युवाओं के लिए रास्ता बना रहे हैं, लेकिन सच्चाई कुछ और है, क्योंकि 33 साल के इस खिलाड़ी से पहले 32 साल के थिसारा परेरा ने भी संन्यास लिया था।
32 या 33 की उम्र अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने की नहीं होती। ये सच है, क्योंकि कई बार देखा जाता है कि ये किसी भी खिलाड़ी का पीक समय होता है, लेकिन इस उम्र में श्रीलंका के क्रिकेटर संन्यास ले रहे हैं, वो भी किसी एक फॉर्मेट से नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से ही। इसुरु उदाना ने संन्यास के बाद जो बयान जारी किया था। उसमें उन्होंने कहा था, “मेरा मानना है कि मेरे लिए अगली पीढ़ी के खिलाड़ियों के लिए जगह बनाने का समय आ गया है।
श्रीलंका खिलाड़ी ऐसा बयान देकर महान बन रहे हों, लेकिन नेशनल डॉट एलके की रिपोर्ट कुछ और ही बयां कर रही है कि श्रीलंका के और भी खिलाड़ी संन्यास का ऐलान कर सकते हैं। शनिवार को इसुरु उदाना के संन्यास का ऐलान करते हुए श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड ने अपने बयान में कहा, “श्रीलंका क्रिकेट (एसएलसी) उदाना को शुभकामनाएं देता है, जो श्रीलंका की सफेद गेंद वाली टीमों में एक मूल्यवान खिलाड़ी थे, उनके भविष्य के प्रयासों में सर्वश्रेष्ठ मिले।”
33 वर्षीय उदाना घरेलू क्रिकेट खेलना जारी रखेंगे और फ्रेंचाइजी टूर्नामेंटों के लिए भी उपलब्ध रहेंगे, जिनमें कैरेबियन प्रीमियर लीग (सीपीएल) और बांग्लादेश प्रीमियर लीग (बीपीएल) जैसे टूर्नामेंट शामिल हैं। उदाना श्रीलंका की व्हाइट-बॉल रैंकों में थिसारा परेरा के बाद दूसरी हाई-प्रोफाइल खिलाड़ी हैं, जिन्होंने संन्यास लिया है। मई में परेरा ने संन्यास लिया था। इसके पीछे का कारण है कि लाल और सफेद गेंद दोनों प्रारूपों में राष्ट्रीय टीम के सीनियर खिलाड़ी को प्रमोद विक्रमसिंघे के नेतृत्व वाले चयनकर्ताओं के नए पैनल ने अनदेखा किया था।
उन्होंने एंजेलो मैथ्यूज और सुरंगा लकमल सहित अन्य लोगों को एक स्पष्ट संदेश भेजते हुए दिमुथ करुणारत्ने, दिनेश चांदीमल, लाहिरू थिरिमाने और नुवान प्रदीप जैसे सीनियर खिलाड़ियों की अनदेखी की, कि उन्हें भविष्य में विशुद्ध रूप से योग्यता के आधार पर मौका दिया जाएगा, अकेले अनुभव पर नहीं। हाल ही में भारत के खिलाफ सीरीज में कप्तान दसुन शनाका के नेतृत्व में युवा श्रीलंकाई सफेद गेंद वाली टीम ने शानदार प्रदर्शन किया है, जो कि चयनकर्ताओं के नए दृष्टिकोण से सही है।
युवा बनाम सीनियर
परेरा और उदाना के बाद, एक अन्य प्रमुख तेज गेंदबाज के भी आगामी दक्षिण अफ्रीका सीरीज से पहले संन्यास लेने की संभावना है। पिछले इंग्लैंड दौरे में अनुशासन भंग के लिए गुरुवार (29) को एसएलसी द्वारा एक साल का प्रतिबंध लगाने वाले तीन खिलाड़ियों में से एक खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले सकता है और यूएसए के लिए खेलने पर विचार कर रहा है। इस बात की जानकारी सूत्रों ने दी है।
इस बीच अरविंद डिसिल्वा की अध्यक्षता वाली क्रिकेट सलाहकार समिति ने वार्षिक खिलाड़ी अनुबंधों के लिए एक नई योजना शुरू की, जहां उन्होंने स्पष्ट रूप से 2023 के वनडे विश्व कप को लक्षित करने वाले राष्ट्रीय चयनकर्ताओं के साथ एक ‘युवा नीति’ में जाने का फैसला किया है और वरिष्ठता को प्लस फैक्टर के रूप में स्वीकार नहीं किया है। श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड दौरे-दर-दौर करार वाली नीति के साथ चल रहा है।