केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने मंगलवार को कहा कि कुछ निराश राजनेता भारत में निर्मित कोरोना टीकों की प्रभावशीलता पर संदेह जता रहे हैं। कांग्रेस के कुछ नेताओं द्वारा भारत बायोटिक की वैक्सीन को आपात इस्तेमाल की मंजूरी पर संदेह जताए जाने की पृष्ठभूमि में नकवी का यह बयान सामने आया है। वरिष्ठ कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कहा कि कोवैक्सीन को समय से पहले मंजूरी दे दी गई है और यह खतरनाक हो सकता है। वहीं कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने भी प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए स्वास्थ्य मंत्री से स्पष्टीकरण मांगा थ। दक्षिण मुंबई में भारतीय हज समिति और हज समूह के आयोजकों की एक बैठक की अध्यक्षता करने के बाद नकवी ने कहा कि विफल और हताश राजनेताओं ने इससे पहले कोरोना महामारी के दौरान मोदी सरकार द्वारा उठाए गए कदमों पर भी सवाल उठाया था।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने महामारी के समय में हर जरूरतमंद व्यक्ति को राहत पहुंचाने के लिए प्रभावशाली तरीके से काम किया है। नकवी ने कहा कि मोदी ने महामारी के खिलाफ लड़ाई का नेतृत्व किया है। प्रधानमंत्री ने भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए संकट को अवसर में बदल दिया। उन्होंने 80 करोड़ से ज्यादा लोगों को मुफ्त राशन उपलब्ध कराया। आठ करोड़ से ज्यादा परिवारों को गैस सिलेंडर उपलब्ध कराया। 20 करोड़ महिलाओं के खाते में 1,500 रुपये जमा कराए गए। पीएम किसान सम्मान निधि के तहत 10 करोड़ से ज्यादा किसानों को 19,000 करोड़ रुपये दिए गए।
नकवी ने कहा कि इस साल हज पर जाने वाले सभी लोगों को कोरोना का टीका लगाया जाएगा। भारत से जाने वाले सभी हज यात्रियों को टीका लगाने की व्यवस्था की जा रही है। हज-2021 के संदर्भ में नकवी ने कहा, हज यात्रियों के अनुमानित खर्च में भी कमी की गई है। अभी तक हज के लिए आवेदन करने वाले लोगों में लगभग 50 फीसद महिलाएं शामिल हैं।
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आदर्श कुमार
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