प्रो कबड्डी लीग की शुरुआत साल 2014 में हुई थी। अब तक 11 सीजन आयोजित हो चुके हैं और 8 टीमें चैंपियन बनी हैं। शुरुआत से ही इस खेल और लीग ने फैंस को आकर्षित किया और एक समय आईपीएल के बाद सबसे ज्यादा देखी जाने वाली लीग बन गई। 8 टीमों के साथ शुरू हुई इस लीग में अब 12 टीमें खेलती हैं लेकिन 4 ऐसी टीमें अभी भी हैं, जो खिताब नहीं जीत पाई हैं। साल 2014 से 2024 तक, 11 सीजन में आठ अलग-अलग टीमें चैंपियन बनीं, जिनमें से पटना पाइरेट्स ने 3 बार और जयपुर पिंक पैंथर्स ने 2 बार खिताब जीता।
Pro Kabaddi 2014 – 2015 की चैंपियन
PKL का पहला सीजन 26 जुलाई 2014 को शुरू हुआ, जिसमें आठ टीमों ने हिस्सा लिया। जयपुर पिंक पैंथर्स ने मनिंदर सिंह की अगुआई में शानदार प्रदर्शन किया। मनिंदर ने अकेले 137 रेड पॉइंट्स हासिल किए और फाइनल में यू मुम्बा को 35-24 से हराकर खिताब दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। अगले सीजन अनूप कुमार की कप्तानी में यू मुम्बा ने धमाकेदार वापसी की और बेंगलुरु बुल्स को फाइनल में हराकर पहला खिताब जीता।
Pro Kabaddi में पटना की हैट्रिक
पहले दो सीजन खिताब से चूकने वाले पटना पाइरेट्स 2016 में दो सीजन (सीजन 3 और 4) का खिताब जीतकर इतिहास रचा। प्रदीप नरवाल की रेडिंग और फज़ल अत्राचली ने डिफेंस में टीम को ताकत दी। सीजन 3 में यू मुम्बा को 31-28 और सीजन 4 में जयपुर पिंक पैंथर्स को 37-29 से हराया गया। 2017 पटना ने गुजरात जायंट्स को 55-38 से हराकर लगातार तीसरा खिताब जीता, जिसमें प्रदीप का 369 रेड पॉइंट्स का रिकॉर्ड शामिल था।
बुल्स और वॉरियर्स की जीत
साल 2018 में बेंगलुरु बुल्स ने पवन सहरावत के 282 पॉइंट्स की मदद से पूरे सीजन दबदबा बनाए खा और फाइनल में गुजरात जायंट्स को हराकर पहला खिताब जीता। 2019 में बंगाल वॉरियर्स ने मनींदर सिंह के 205 पॉइंट्स की मदद से फाइनल में दबंग दिल्ली को 39-34 से हराकर खिताब अपने नाम किया। दोनों टीमों की पहली खिताबी जीत रही। इन दोनों सीजन में दमदार प्रदर्शन कर रही दबंग दिल्ली की 2021 में किस्मत चमकी और उन्होंने बुल्स को हराकर पहला खिताब जीता।
जयपुर ने जीता दूसरा खिताब
2022 में जयपुर की वापसी हुई और वे फिर से चैंपियन बने। जयपुर पिंक पैंथर्स ने अर्जुन देशवाल के 296 रेड पॉइंट्स और अंकुश के 89 टैकल पॉइंट्स के दम पर पुणेरी पलटन को 33-29 से हराकर दूसरा खिताब जीता। हालांकि अगले सीजन पुनेरी पलटन सब पर भारी रही और उन्होंने हरियाणा स्टीलर्स को हराकर खिताब जीता। 2024 में हरियाणा स्टीलर्स फिर फाइनल में पहुंची और उन्होंने पटना पाइरेट्स को हराकर खिताब जीता।
खिताब से दूर ये 4 टीमें
तेगुलु टाइटंस, तमिल थलाइवाज, यूपी योद्धा और गुजरात जायंट्स अब तक खिताब से दूर रही हैं। इसमें से तेलुगु टाइटंस, यूपी योद्धा और तमिल थलाइवाज अब तक फाइनल में भी नहीं पहुंची हैं तो गुजरात की टीम 2 बार फाइनल खेल चुकी है।