मिश्रित सीतापुर / जनपद के जिलाधिकारी अनुज कुमार सिंह द्वारा प्राइवेट कर्मचारियों को सरकारी कार्यों में ना लगाया जाए ऐसा आदेश पारित किया गया है। पर मिश्रिख तहसील में इस आदेश की धज्जियां उड़ती दिख रही है। तहसील क्षेत्र की ग्राम पंचायत इस्लामनगर के आधा दर्जन से अधिक ग्रामीणों ने एक शिकायती पत्र उपजिलाधिकारी को देकर आरोप लगाया है। कि ग्राम पंचायत में तैनात क्षेत्रीय लेखपाल वंदना अपने प्राइवेट मुंशी नीरज राठौर निवासी अशरफनगर मज़रा इस्लामनगर के इशारे पर कार्य कर रही है, ग्राम पंचायत में भूमिहीन लोगों के कृषि पट्टे होने हैं। लेकिन तहसील प्रशासन द्वारा किसी को कोई सूचना या जानकारी नहीं दी गई।और मुनादी आदि भी नहीं पिटवाई गई है। ग्रामीणों का आरोप है, कि प्राइवेट मुंशी नीरज ने अपने चहेते अपात्र लोगों की सूची तैयार करके कार्यालय में जमा कर दी है।जब कि इस सूची में भूमिहीन पात्र लोगों के स्थान पर अपात्र ब्यक्तियों के नाम चढ़ा दिए गए हैं। चर्चा तो इस बात की भी है कि आपात्रों से पट्टा आवंटन के नाम पर धन वसूली की जा रही है। जो कि एक जाँच का विषय है।ग्रामीणों का आरोप है, कि लेखपाल के प्राइवेट मुंशी नीरज का भी नाम इस सूची में शामिल है। जब कि इनके पिता के पास कृषि भूमि मौजूद है। इसलिए यहा के ग्रामीणों अमीर अहमद,रामकुमार ,आशीष ,इस्लामुद्दीन , राजकुमार ,रियासुद्दीन , सत्तारअली ,बदलू राम,आजाद अली ,आदि भूमिहीन व्यक्तियों ने उपजिलाधिकारी को शिकायती पत्र देकर क्षेत्रीय लेखपाल व प्राइवेट मुंशी के विरुद्ध कार्यवाही करने की मांग की है।