मिश्रिख /सीतापुर: विकास खण्ड मिश्रिख की ग्राम पंचायत अटवा मे प्रधान प्रतिनिधि की पुत्री अपूर्वी मौर्य के शुभ मुण्डन संस्कार के अवसर पर राष्ट्रीय कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत कवित्री अनीता मौर्य की सरस्वती वंदना से हुई l कवि सम्मेलन मे हरदोई से आई स्वाती कुशवाहा ने तालियों की गड़गड़ाहट के बीच ‘ तुझे ढूंढे निगाहें ये,मैं दिल से याद करती हूं।मिले सातों जनम तू ही, यही फ़रियाद करती हूंहुई बातें बहुत, चारों तरफ, तुमको है क्या मालूम,जमाना खूब हंसता है, जो तेरी बात करती हूं’ सुनाया l फतेपुर से आए मनोज कुशवाहा ‘ मधुर ‘ ने अपने ओज रस में ‘औकात मेरी क्या पूछते हो,क्या हमको यार मिटाओगे।पन्ने पलटो या धरती पलटो,बस सिर्फ हमें ही पाओगे’ सुनाकर श्रोताओं के रोंगटे खड़े कर दिए l इसी बीच कानपुर से आई अनीता मौर्य ने ‘ जिस घर में बुजुर्गों का बसेरा नहीं होताउस घर में खुशियों का सवेरा नहीं होता’ काव्य पाठ किया l लखनऊ के हास्य कवि कृष्ण कुमार मौर्य सरल ने अबकी हमरे गांव की जनता फंसी परी है हैरानी मा,एक घर से कूद पड़े है तीन जने प्रधानी मा सुनाया तो तालियां बज उठी। वही बाराबंकी की ओज की कवियत्री ख्याति मौर्य ने ‘न तन के लिए न मन के लिए ,न सुख संपत्ति वेतन के लिए। एक बार नही सौ बार मरूं ,यदि मरूं तो अपने वतन के लिए’ अपनी प्रखर राष्ट्रभक्ति पूर्ण रचनाओ से देशभक्ति की सरिता बहायी l वही हास्य व्यंग की रचनाओं से कवि हरिशंकर मौर्य बिसवां से कवि कौशल किशोर मौर्य संडीला से आकर कविता पाठ कर श्रोताओं को लोट पोट कर दिया l कवि सम्मेलन का संचालन साहित्य भूषण से सम्मानित वरिष्ठ कवि कमलेश मौर्य ‘ मृदु ‘ ने किया l कार्यक्रम की अध्यक्षता गया प्रसाद मौर्य ने किया lइस कार्यक्रम मे महेन्द्र मौर्य,कौशलेन्द्र मौर्य ,वैजनाथ मौर्य ,अनीता मौर्य,राकेश मौर्य दिलीप गुप्ता, डा.प्रमोद मौर्य ,प्रदीप मौर्य,राजेश गौतम,कृष्ण कुमार मौर्य, अवधेश मौर्य नितेश मौर्य, अनिल मौर्य ,गुड्डू राठौर ,सुरेंद्र यादव, पंकज राजवंशी,आदि हजारों की तादाद में ग्राम वासी मौजूद रहे।