सीतापुर – जिलाधिकारी विशाल भारद्वाज की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में जिला भूगर्भ जल प्रबन्धन परिषद की बैठक सम्पन्न हुयी। जिलाधिकारी ने बताया कि भूजल की उपलब्धता समान रूप से निरन्तर बनाये रखने एवं जन-मानस को गुणवत्तापरक भूजल की आपूर्ति किये जाने के लिये उत्तर प्रदेश में भूजल संसाधनों की सुरक्षा, संरक्षण, प्रबन्धन एवं नियमन किये जाने हेतु उत्तर प्रदेश भूजल (प्रबन्धन एवं विनियमन) अधिनियम 2019 लागू किया गया एवं इस अधिनियम के क्रियान्वयन हेतु उ0प्र0 शासन नमामि गंगे तथा ग्रामीण जलापूर्ति अनुभाग-3 संख्या दिनांक 25 फरवरी 2020 द्वारा नियमावली जारी की गयी है। इस अभियान में दिये गये प्राविधानों के अन्तर्गत आनलाइन वेबपोर्टल www.upgwdonline.gov.in पर प्राप्त आवेदन पत्रों के निस्तारण पर विस्तारपूर्वक चर्चा की। जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि सारे प्राप्त आवेदनों को पूर्ण कर लिया जाये तथा पंजीकरण कराते समय कागजों की जांच अवश्य की जाये। आवेदनों का निस्तारण निर्धारित समयावधि में किये जाने के निर्देश दिये। बैठक के दौरान अधिशासी अभियन्ता लघु सिंचाई ने एजेण्डा प्रस्तुत करते हुये बताया कि जिला भूगर्भ जल प्रबन्धन परिषद के मुख्य कार्यों में अधिनियम लागू होने से पूर्व व्यवसायिक, औद्योगिक, इन्फ्रास्ट्रक्चर एवं बल्क भूजल उपभोक्ताओं का पंजीकरण, नये व्यवसायिक औद्योगिक, इन्फ्रास्ट्रक्चर एवं बल्क भूजल उपभोक्ताओं का पंजीकरण, नये व्यवसायिक औद्योगिक, इन्फ्रास्ट्रक्चर एवं बल्क भूजल उपभोक्ताओं को भूजल निकासी हेतु अनापत्ति निर्गत करना तथा ड्रिलिंग एजेन्सी पंजीकरण करना शामिल है। बैठक के दौरान कुल 31 आवेदन पत्र प्रस्तुत किये गये।
*जल जीवन मिशन की बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने समय से कार्यों को पूर्ण करने के दिये निर्देश।
जिलाधिकारी विशाल भारद्वाज की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में जल जीवन मिशन की बैठक सम्पन्न हुयी।
बैठक के दौरान मुख्य विकास अधिकारी अक्षत वर्मा, जिला विकास अधिकारी राकेश कुमार पाण्डेय, अधिशासी अभियन्ता जल निगम कमलेश सिंह, सहायक अभियन्ता लघु सिंचाई रामेश्वर सिंह सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
ज्ञानेंद्र मौर्य जिला ब्यूरो रिपोर्ट/ सीतापुर