मिश्रित/ सीतापुर :गोंदलामाऊ के ग्राम तरसांवा निवासी शुशील कुमार पुत्र कढिले ने एक सिकायती पत्र जिलाधिकारी को देकर आरोप लगाया है । कि उन्होने बीती 9 फरवरी 21 को अपनी पत्नी पिंकी देवी की नसबंदी सामुदायिक स्वस्थ्य केन्द्र गोदलामांऊ में कराई थी । प्रार्थिनी के नसबंदी कराने के एक वर्ष बाद उनकी पत्नी के गर्भ ठहरने की आशंका हुई तो उन्होने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र गोदलामांऊ में 14 मई 0 22 को जांच कराई जिसमें गर्भ ठहरने की पुष्टि की गई । तो पीड़ित ने 16 मई 0 22 को अल्ट्रासाउड कराया उसमें भी गर्भ ठहरने की पुष्टि की गई है । पीड़ित एक गरीब व्यक्ति है । जो अधिक बच्चों का पालन पोषण करने में असमर्थ है । स्वास्थ्य विभाग के नियमानुसार नसबंदी के बाद गर्भ ठहरने पर होने वाले बच्चे का भरण पोषण करने हेतु अनुदान की ब्यवस्था है । उपरोक्त जानकारी ग्राम तरसांवा में ए.एन.एम. द्वारा दी गयी । तो पीड़ित अपनी पत्नी को लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गोंदलामांऊ गया । और अनुदान धनराशि दिलाने की बात कही । जिस पर फाइल खर्चा के नाम पर एक हजार रुपए सीएससी में जमां कराए गए फिर भी आठ बार चक्कर लगाने के बाद कोई कार्यवाही नही की गई 7 जून 022 को आशा बहू के साथ उसे सीएससी बुलाया गया और खर्चा के नाम पर 2000 रुपए मोहम्मद तारिक बी.पी.एम गोदलामांऊ के द्वारा मांगे गये । पीड़ित महिला ने गरीबी का हवाला देकर पैसे देने में असमर्थता जताई जिस पर मोहम्मद तारिक ने उसकी फाइल फेक कर सीएससी से बाहर का रास्ता दिखा दिया । इस लिए पीड़ित महिला के पति ने जिलाधिकारी को मांमले का सिकायती पत्र देकर आरोपियों के बिरुध्द कार्यवाही करने की मांग की है ।