मां किरण खेर की कैंसर जर्नी पर बोले सिकंदर खेर- समय के हिसाब से इंसान मजबूत हो जाता है

इस साल वेब सीरीज आर्या 3 रिलीज होने वाली है। सुष्मिता सेन की इस सीरीज में सिकंदर खेर भी नजर आएंगे। इसके पहले 2 पार्ट में उन्होंने दौलत का रोल निभाया था। दर्शकों को उनका ये रोल काफी पसंद आया था। नवंबर 2022 में सिकंदर खेर की फिल्म मोनिका ओह माय डार्लिंग रिलीज हुई थी, जिसे भी फैंस ने खूब पसंद किया था। अनुपम खेर के बेटे सिकंदर खेर ने कई फिल्मों में काम किया और अपने अभिनय का लोहा मनवाया।

सिकंदर खेर ने अपनी एक्टिंग करियर की शुरुआत 2008 में रिलीज हुई फिल्म वुडस्टॉक विला से की थी। अब तक वो 13 फिल्मों में नजर आ चुके हैं। उन्होंने असिस्टेंट डायरेक्टर के तौर पर भी काम किया है।
सिकंदर खेर, किरण खेर और एक्टर अनुपम खेर के बेटे हैं। अनुपम खेर उनके दूसरे पिता है, उसके बावजूद दोनों बहुत अच्छा बाॅन्ड शेयर करते हैं। उनके पहले पापा का नाम गौतम बेरी है। जब ये महज 4 साल के थे तब किरण खेर और गौतम बेरी का तलाक हो गया था जिसके बाद किरण ने अनुपम खेर से शादी की थी।
आपके घर में ही एक्टिंग की दुनिया के दो दिग्गज मौजूद हैं, तो क्या घर में अक्सर फिल्मों या एक्टिंग के बारे में बात होती है?
बिल्कुल नहीं। मैं घर में कभी भी अपने काम के बारे में बात नहीं करता हूं। सच कहूं तो मैं खुद भी अपने काम के बारे में ज्यादा नहीं सोचता हूं। फिल्म साइन करने के बाद घरवालों को बता देता हूं कि मैंने इस फिल्म को साइन कर ली है। क्योंकि हम सब अपने-अपने काम में बहुत बिजी रहते हैं। पापा भी हमेशा कहीं ना कहीं बाहर रहते हैं और मां भी अपने काम में बिजी रहती हैं। इसी वजह से डिटेल में फिल्मों के बारे में बातें नहीं होती हैं।
जब वो मेरी जिंदगी में आए तो मैं चार साल का था। वो शुरुआत से ही मेरे साथ बहुत अच्छे रहे। उन्होंने मुझे काफी लाड-प्यार दिया है। सेट पर काम कैसे किया जाता है, यह मैंने पापा से सीखा है। उनका कहना है- फिल्में हिट होंगी या फ्लॉप, ये किसी को पता नहीं होता है। हमें बस काम करते रहना चाहिए। काम से ही काम मिलता है इसलिए जो भी काम मिले उसे पूरी ईमानदारी के साथ करना चाहिए।पेरेंट्स फिल्मों में थे, शायद इसी वजह से बचपन से एक्टिंग की तरफ रुझान रहा। जब मैं छोटा था तब घर पर हर समय फिल्मों के बारे में ही बातें हुआ करती थी। हालांकि मैं फिल्मी बैकग्राउंड से नहीं होता फिर भी एक्टिंग में ही अपना करियर बनाता। साथ ही मुझे स्पोर्ट्स में भी दिलचस्पी थी। मैं अपने आप को खुश किस्मत मानता हूं कि मैं इस फिल्मी लाइन का हिस्सा हूं।पेरेंट्स ने कभी कोई खास सुझाव मुझे नहीं दिया था। हालांकि मेरी मां ने एक सुझाव जरूर दिया था, तुम ऐसी फैमिली से ताल्लुक रखते हो तुम सक्सेसफुल हो गए तो बहुत बढ़िया लेकिन अगर तुम फेल हुए तो तुम्हारा फेलियर पब्लिक डोमेन में आ जाएगा। इसलिए तुम्हें अंदर से मजबूत होने की बहुत जरूरत है।
मैं अपने किसी काम को भी रैंक नहीं कर सकता हूं। मैंने जो भी काम किया, सभी में बहुत मेहनत की है। हर फिल्म-शोज को मैं क्रेडिट दूंगा क्योंकि उन्होंने मुझे उसमें काम दिया। अगर मैं किसी में फेल हो जाता हूं तो उससे भी मुझे सीख ही मिलती है। अगर मैं आर्या की बात करूं तो वो उस सीरीज से जुड़ा एक्सपीरिएंस मेरे लिए बहुत खास है।
किसी को नहीं पता होता है कि आने वाले समय में उसको कौन सी तकलीफ होने वाली है और जब हो जाता है तो इंसान उसको फेस भी कर लेता है। वजह ये है कि इंसान समय के हिसाब से खुद को ढाल लेता है और स्ट्रॉन्ग बन जाता है। आप देखो कोविड जैसी महामारी को हम सबने कैसे फेस किया, उस समय कैसे गुजारा किया।
मैं सिर्फ फिल्म इंडस्ट्री की बात नहीं करूंगा कोई भी इंडस्ट्री हो, वहां किसी को किसी का फायदा नहीं उठाना चाहिए। आप इस चीज के लिए सिर्फ इंडस्ट्री को ब्लेम भी नहीं कर सकते क्योंकि ये चीज हर लाइन में है। ये राजनीति, पत्रकारिता हर जगह है। अगर आप ऊंचे पद पर हो तो आपको जूनियर्स के साथ सही ढंग से पेश आना चाहिए।