सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में गिरफ्तार अंकित सिरसा और उसकी गैंग के लोग वारदात को अंजाम देने के बाद सात राज्यों में छिपकर रह रहे थे। दिल्ली पुलिस के स्पेशल कमिश्नर एचजीएस धालीवाल ने बताया कि फरारी के 35 दिनों में आरोपियों ने 35 ठिकाने बदले, ताकि पुलिस को इनका पता नहीं चले। दिल्ली आते ही पुलिस ने इन्हें धर दबोचा।
स्पेशल सेल ने यह भी खुलासा किया कि शूटर और उन्हें शरण देने वाले खासतौर से यूपी, हरियाणा, झारखंड, राजस्थान, गुजरात, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में अपने ठिकाने बनाते जा रहे थे। हालांकि, इन जगहों पर स्पेशल सेल की टीम छापेमारी कर रही थी, लेकिन बदमाश भागने में कामयाब हो जा रहे थे। रविवार रात स्पेशल सेल को पता चला कि अंकित सिरसा अपने साथी सचिन के साथ दिल्ली के कश्मीरी गेट बस अड्डे के पास आने वाला है।
जानकारी पर डीसीपी प्रमोद कुशवाहा की टीम ने उसे धर दबोचा। जांच में यह भी पता चला कि मूसेवाला की हत्या में जो हथियार इस्तेमाल हुए, उन्हें दो दिन बाद अनजान शख्स लेकर चला गया। इसकी भी पहले से योजना बनाई गई थी।
पूछताछ में प्रियव्रत फौजी ने बताया कि हत्या के बाद नौ दिन तक मानसा में छिपे रहे। इसके बाद वह लगातार ठिकाने बदलते रहे। अंत में गुजरात पहुंचे। अंकित ने बताया कि वे 2 से 7 जून तक गुजरात के कच्छ में रुके। इसके बाद फौजी बिना मास्क के घूमने लगा। इस वजह से अंकित, दीपक और सचिन भिवानी वहां से भाग निकले।
शूटर के मोबाइल से एक वीडियो सामने आया है। इसमें मूसेवाला की हत्या के बाद आरोपी शूटर अंकित, प्रियव्रत, सचिन कपिल और दीपक मुंडी बेखौफ होकर कार में घूमते रहे। उन्होंने कार में हथियारों के साथ जश्न भी मनाया। बताया जा रहा है कि यह वीडियो तब का है, जब हत्या के बाद आरोप फरारी काट रहे थे। गाड़ी में गाना बज रहा है और शूटर विदेशी हथियार लहराते हुए वीडियो बनवा रहे हैं।