सिद्धार्थनगर- अखिल विश्व गायत्री परिवार के तत्वाधान में गायत्री शक्तिपीठ पर आयोजित 24 कुंडीय गायत्री महायज्ञ के दूसरे दिन सुबह यज्ञ में गायत्री मंत्र के उच्चारण से हवन कुंड में आहुतियां डाली गई, जिससे वहां का वातावरण यज्ञ में हो गया, यज्ञ में अपनी भागीदारी देते हुए जनसमूह ने पारी क्रमबद्ध करते हुए यज्ञ के क्रम को पूरा किया, यज्ञ में शामिल होने के लिए सिद्धार्थनगर के प्रधान न्यायाधीश अंगद प्रसाद गुप्त पत्नी सहित यज्ञ कुंड में आहुतियां डाली और विधि विधान से पूजा अर्चना की, शांतिकुंज से आए गुरुवर पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य के विचारों को जन-जन तक पहुंचाने का कार्य करने वाले गुरु रुप अभिभावकों ने मंचासीन होकर अनेक गीतों को प्रस्तुत किया, जिससे 24 कुंडीय यज्ञ में आए भाइयों और बहनों ने सुगमता पूर्वक सुनकर आनंद लिया और यज्ञ की मर्यादा का पालन कर अनुशासन बनाए रखा, शाम को होने वाले कथा सुनने के लिए पंडाल में भारी संख्या में भीड़ देखने को मिली जिससे कथा को श्रवण कर गुरुवर के संदेशों को जन जन तक पहुंचाने का मार्ग समझाया गया, गुरुवार पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य की लिखी हुई 3500 पुस्तकों को जन-जन तक पहुंचाने का कार्य कार्यकर्ताओं द्वारा किया जा रहा है और शांतिकुंज से आए संदेशवाहक अपने संगीतमय कार्यक्रम को देकर गुरुवर का संदेश गीतों के जरिए प्रस्तुत कर रहे हैं, देखा जा रहा है कि बड़े सुचारू ढंग से गुरुवर के पुस्तकों को पड़ा और समझा जा रहा है, जिससे पुस्तके लेने के लिए स्टॉल पर लोगों की खासम खास भीड़ देखने को मिल रही है, आयोजक श्री अशोक त्रिपाठी द्वारा बताया गया कि कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार करने और इसे पूरा करने तक मैं हर किसी की जिम्मेदारी सराहनीय है और गुरुवर के कार्य में हर कोई तत्परता से खड़ा दिखाई दे रहा है