मामला मृतक मान्यता प्राप्त पत्रकार के परिवार से जुड़ा हुआ है,परिवार रजिस्टर की नकल सोशल मीडिया पर वायरल। सिक्रेटरी तनुश्री ओझा ने एक ग्राम पंचायत में मृतक दर्ज किया तो दूसरे ग्राम पंचायत में परिवार रजिस्टर में मृतक पत्रकार को दिखाया जीवित।मृतक पत्रकार की पत्नी को सिक्रेटरी तनुश्री ओझा ने विधवा पेंशन एक ग्राम पंचायत से किया स्वीकृत।सिक्रेटरी तनुश्री ओझा जानती है मृतक मान्यता प्राप्त पत्रकार जीवित नहीं है फिर भी जीवित दिखाकर की नकल जारी। जबकि परिवार रजिस्टर की नकल 10/11/2022 को तनुश्री ओझा ने अपने हस्ताक्षर से मृतक मान्यता प्राप्त पत्रकार को जीवित दिखाकर किया है जारी।सिक्रेटरी तनुश्री ओझा द्वारा जानबूझकर, पत्रकार के परिवार को उलझाया, कागज में किया बड़ा फ्राड। मामले में मीडिया का एक प्रतिनिधिमंडल डीएम से कार्यवाही के लिए मिल सकता है कल, मामला गरमाया | सिक्रेटरी तनुश्री ओझा से उपरोक्त मामले की जानकारी लेने की कोशिश किया तो उनका जवाब रहा बीडीओ नौगढ जाने हम नहीं जानते।