शिवसेना सांसद प्रियंका चुतर्वेदी अवैध रूप से बार चलाने के आरोपों को लेकर घिरी केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी की बेटी के समर्थन में उतरी हैं। एक तरफ जहां कांग्रेस जोइश इरानी के मामले को लेकर भाजपा पर हमलावर है, वहीं शिवसेना एमपी ने कहा कि 18 वर्षीय को खलनायक नहीं बनाना चाहिए।
स्मृति इरानी की बेटी का नाम लिए बिना प्रियंका चतुर्वेदी ने ट्वीट किया, “18 साल के बच्चों को पता नहीं होगा कि भारत में रेस्तरां चलाने के लिए लाइसेंस लेने की प्रक्रिया क्या है। राजनीति को अलग रखते हुए, मैं 19 साल के बच्चे की मां के तौर पर बात कर रही हूं।”
प्रियंका चतुर्वेदी के ट्वीट पर एक सोशल मीडिया यूजर ने उनसे सवाल कर दिया। उसने पूछा कि क्या वह यही बात तब भी कहतीं जब यह आरोप सामान्य नागरिक के खिलाफ लगा होता। इस पर प्रियंका ने कहा, “मेरा भाई किसी तरह के विशेषाधिकार प्राप्त बैकग्राउंड से नहीं आता था। 18 साल की उम्र में उसने भी यही सपना देखा। मुंबई में अपने सपने को साकार करने की कोशिश में उसे बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ। साथ ही उसे मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी दिक्कतों का भी सामना करना पड़ा। तो हां, मुझे पता है कि मैं किस बात को लेकर चिंतित हूं।”
मालूम हो कि कांग्रेस ने स्मृति की बेटी पर अवैध बार चलाने का आरोप लगाते हुए शनिवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपने मंत्रिमंडल से इरानी को बर्खास्त करना चाहिए। कांग्रेस के मीडिया व प्रचार प्रमुख पवन खेड़ा ने कहा, “केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी के परिवार पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे हैं। गोवा में उनकी बेटी द्वारा चलाए जा रहे रेस्त्रां पर शराब परोसने के लिए फर्जी लाइसेंस जारी करवाने का आरोप लगा है और यह कोई ‘सूत्रों के हवाले से’ या फिर एजेंसियों की ओर से राजनीतिक प्रतिशोध लेने के लिए लगाया गया आरोप नहीं है, बल्कि आरटीआई के तहत प्राप्त जानकारी में खुलासा हुआ है।”स्मृति इरानी ने कांग्रेस के इस आरोप को दुर्भावनापूर्ण करार दिया। उन्होंने दावा किया कि नेशनल हेराल्ड मामले में सोनिया और राहुल गांधी की 5,000 करोड़ रुपये की लूट पर उनके मुखर रुख के कारण उनकी बेटी को निशाना बनाया गया है। उसकी गलती यह है कि उसकी मां ने 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी के खिलाफ चुनाव लड़ा। इरानी ने कहा कि कांग्रेस ने उनकी बेटी जोइश का चरित्र हनन किया और उसे निशाना बनाया। उन्होंने विपक्षी दल कांग्रेस को उनकी बेटी की ओर से कोई गड़बड़ी किए जाने का सबूत दिखाने की चुनौती दी।