शत्रुघ्न सिन्हा ने शायराना अंदाज में भाजपा छोड़ने की तैयारी

भाजपा में रहकर पार्टी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ बगावती सुर बोलने वाले नेता व पटना साहिब से सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने पार्टी छोड़ने के सीधे संकेत दिए हैं। शत्रुघ्न सिन्हा ने अपने ट्विटर अकांउट पर दो ट्वीट किए हैं जिनमें उन्होंने कहा कि सर, राष्ट्र आपका सम्मान करता है, पर नेतृत्व में विश्वसनीयता और विश्वास की कमी है। शत्रुघ्न सिन्हा ने आगे कहा कि नेतृत्व जो कर रही है और कह रही है, क्या लोग उसपर विश्वास कर रहे हैं? शायद नहीं।

Shatrughan Sinha

@ShatruganSinha

Sir, the Nation respects you, but the only thing the leadership lacks is credibility & trust factor. “Leadership jo kar rahi hai or jo kah rahi hai, kya log uspe vishwas kar rahein hain? Shayad nahin!” Any way it all seems to be too little and too late? Promises made in the

जनता से किए गए वादे अभी भी पूरे होने बाकी हैं। जो अब पूरा हो भी नहीं पाएंगे। आशा, इच्छा और प्रार्थना, हालांकि मैं अब आपके साथ नहीं रह सकता। सिन्हा ने अपने अपने ट्वीट को शायराना अंदाज में खत्म करते हुए भाजपा को अपनी अहमियत समझाने की कोशिश की। उन्होंने कहा मौहब्बत करने वाले कम न होंगे, (शायद) तेरी महफिल में लेकिन हम न होंगे।

 

Shatrughan Sinha

@ShatruganSinha

Sir, the Nation respects you, but the only thing the leadership lacks is credibility & trust factor. “Leadership jo kar rahi hai or jo kah rahi hai, kya log uspe vishwas kar rahein hain? Shayad nahin!” Any way it all seems to be too little and too late? Promises made in the

Shatrughan Sinha

@ShatruganSinha

past are still to be fulfilled. Hope, wish & pray, though I may not be with you anymore – “Mohabbat karne vaale kam na honge, (shayad) teri mehfil mein lekin hum na honge”.

बता दें कि शत्रुघ्न सिन्हा ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि अब एक नए बेहतर नेतृत्व को कार्यभार संभालना चाहिए। पटना साहिब से भाजपा सांसद सिन्हा ने ट्वीटर के जरिए मोदी के पांच साल के कार्यकाल में एक भी प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं करने पर उन पर कटाक्ष करते हुए कहा, ‘अब तिथियों ‘लोकसभा चुनाव’ की घोषणा हो गयी है। सर अब तो कम से कम एक प्रेस कांफ्रेंस कर दीजिये। एक भी स्वतंत्र और निष्पक्ष प्रेस कांफ्रेंस नहीं की गई। आप इतिहास पर नजर डालें तो ऐसे एकमात्र पीएम हैं आप।

सिन्हा ने कहा कि दुनिया के लोकतांत्रिक इतिहास में वे एकमात्र प्रधानमंत्री होंगे, जिनके कार्यकाल में एक भी सवाल और जवाब का सत्र नहीं हुआ है। उन्होंने पूछा ‘आपको नहीं लगता कि सरकार बदलने और एक बेहतर नेतृत्व के कार्यभार संभालने का यह सही समय है। आपको अपने सभी रंग—ढंग के साथ बाहर आना चाहिए। अपने कार्यकाल के अंतिम सप्ताह / महीने में आपने उत्तर प्रदेश, बनारस और देश के अन्य हिस्सों में 150 परियोजनाओं की घोषणा की’।

सिन्हा ने अपने अंतिम ट्वीट में कहा तकनीकी रूप से यह आचार संहिता का उल्लंघन नहीं भी हो ,तो भी निश्चित रूप से यह बहुत कम और बहुत देर से आया ‘जुमला’ लगता है। आपके ‘कहीं पर निगाहें और कहीं पर निशाना वाले रवैये तथा प्रहार कर भाग खडे होने के व्यवहार के बावजूद आपको शुभकामनाएं, जय हिंद।