बिहार के महागठबंधन (Grand Alliance) में राजद-कांग्रेस के बीच सीटों और टिकटों को लेकर जारी जो गतिरोध चल रहा था, उसमें बार-बार लालू प्रसाद यादव की याद आई। कांग्रेस ने इसे जगजाहिर भी किया है। चंपारण में बापू की प्रतिमा के अनावरण कार्यक्रम में शामिल होने आए कांग्रेस के बिहार प्रभारी व सांसद शक्ति सिंह गोहिल ने सीट बंटवारे में हो रही देर लालू प्रसाद को याद करते हुए कहा कि यह संयोग है कि लालू प्रसाद यहां नहीं नहीं है। लालू प्रसाद होते तो सीट बंटवारे का मामला कब का सुलझ गया होता। भाजपा उन्हें जानबूझ कर परेशान करने के लिए जेल में रखना चाहती है और उनकी जमानत नहीं होने दे रही है। इस बीच सूचना है कि आज 3 अक्टूबर शाम को महागठबंधन सीटों पर अंतिम फैसले के बाद एक प्रेस कांफ्रेंस आयोजित कर घोषणा कर सकती है।
सीटों की संख्या पर इतना विवाद क्यों है? इस सवाल पर गोहिल ने कहा कांग्रेस के लिए सीट मुद्दा नहीं। कांग्रेस खुदगर्जी में भरोसा नहीं करती। हमारी लड़ाई आज फासिस्ट ताकतों से है, जिन्हें पराजित करना है और बिहार में सेवा और साधना से काम करने वाली सरकार देना है। उन्होंने कहा ऐसी बातें दो नेताओं के बीच होती हैं। मीडिया के प्लेटफार्म पर इन बातों का जवाब नहीं दिया जा सकता।
एक सवाल पर गोहिल ने कहा कि हर चुनाव कुछ शिक्षा देकर जाता है। हमने भी 2009 और 2010 से बहुत कुछ सीखा है और हमारे सहयोगी ने भी। हमारी कोशिश आज यह होनी चाहिए कि गठबंधन के किसी साथी को नुकसान ना हो। एक साथी के नुकसान से पूरे गठबंधन को नुकसान होता है और एक साथ के फायदे से पूरे गठबंधन को फायदा होता है। उन्होंने कहा हमारे प्रयास ऐसे होने चाहिए कि दो दलों का नहीं दिलों का मिलना है, ऐसा दिखना चाहिए।